Move to Jagran APP

बिहार के पहले फ्लोटिग सोलर प्लांट को शुरू होने में अभी लगेगा वक्त

शहर में लगभग सात करोड़ की योजना से तैयार हो रहा बिहार का पहले फ्लोटिग सोलर प्लांट शुरू होने में अब वक्त लग सकता है। कादिराबाद स्थित बिजली विभाग के तालाब पर तैयार हो रहे सोलर प्लांट कार्य में मीटर जांच पावर ग्रिड से प्लांट को कनेक्ट करने सहित कई अन्य काम अब भी अधूरे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 12:10 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 12:10 AM (IST)
बिहार के पहले फ्लोटिग सोलर प्लांट को शुरू होने में अभी लगेगा वक्त
बिहार के पहले फ्लोटिग सोलर प्लांट को शुरू होने में अभी लगेगा वक्त

दरभंगा । शहर में लगभग सात करोड़ की योजना से तैयार हो रहा बिहार का पहले फ्लोटिग सोलर प्लांट शुरू होने में अब वक्त लग सकता है। कादिराबाद स्थित बिजली विभाग के तालाब पर तैयार हो रहे सोलर प्लांट कार्य में मीटर जांच, पावर ग्रिड से प्लांट को कनेक्ट करने सहित कई अन्य काम अब भी अधूरे हैं। जिस कारण निर्धारित समय सीमा के 10 दिन बीत जाने के बाद भी प्लांट शुरू नहीं हो सका है। बता दें कि प्लांट से 1.6 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। बिजली विभाग के स्थानीय पावर सब स्टेशन के माध्यम से उपभोक्ताओं के घरों तक सप्लाई की जाएगी। शहर में कुल 74 हजार बिजली उपभोक्ता हैं। बिहार सरकार के अधीन बिहार अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (ब्रेडा) की ओर से ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए जिले को अक्षय ऊर्जा से जोड़ने के क्रम में यह प्लांट स्थापित किया जा रहा है। प्लांट को सौर उर्जा के क्षेत्र में काम करने वाली अवाडा नामक कंपनी तैयार कर रही है। सरकार सोलर प्लांट की स्थापना कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने, पर्यावरण को स्वच्छ बनाने, कोयले की खपत को कम करने सहित अन्य लाभों के लिए कर रही है। सोलर प्लांट से पानी की बचत होने की भी उम्मीद है। साथ ही तालाब में मछली पालन भी किया किया जा सकेगा है। हर एक घर को ग्रीन एनर्जी से जोड़ने की तैयारी नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक ग्रीन एनर्जी परियोजना का उद्देश्य सोलर और पवन ऊर्जा जैसे पर्यावरण के अनुकूल स्त्रोत से मिलने वाली बिजली को ग्रिड के जरिये पारंपरिक बिजली स्टेशनों की मदद से ग्राहकों तक पहुंचाना है। योजना के तहत हर घर को ग्रीन एनर्जी से जोड़ने को लेकर सोलर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। बता दें कि दरभंगा शहर में सोलर पहल से ही दो सोलर प्लांट स्थापित हैं। एक प्लांट दरभंगा जंक्शन और दूसरा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में संचालित है। इन दोनों प्लांट से ग्रीन एनर्जी का उत्पादन हो रहा है। सरकारी निर्देश के मुताबिक सभी सरकारी कार्यालय के भवनों के छतों पर सोलर पैनल लगाकर ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा दिया जाना है। बता दें कि दरभंगा शहर में गर्मी के समय 45 मेगावाट बिजली की खपत होती है। वहीं जाड़े में बिजली की खपत घटकर 30 मेगावाट हो जाती है। --

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.