बाढ़-आपदा में व्यय का किया अनुमोदन
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की ओर से बाढ़ आपदा वर्ष 2019 के अवसर पर राहत एवं बचाव कार्य में हुए व्यय का अनुमोदन किया गया।
दरभंगा। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की ओर से बाढ़ आपदा वर्ष 2019 के अवसर पर राहत एवं बचाव कार्य में हुए व्यय का अनुमोदन किया गया। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में आहूत प्राधिकार की बैठक में आपदा प्रभारी सह वरीय उप समाहर्ता पुष्पेश कुमार ने एजेंडावार व्यय विवरणी प्रस्तुत की, जिसे प्राधिकार द्वारा मूलरूप में अनुमोदित किया गया। इसमें जिला के बाढ़ प्रभावित परिवारों को दी गई मुफ्त सहाय्य (जी.आर.) की राशि सहित आपातकालीन व्यवस्था के तहत तात्कालिक तौर पर चलाए गए राहत एवं बचाव कार्यों में हुए व्यय शामिल है। बैठक में अध्यक्ष की ओर से पहले बाढ़-आपदा संचालन कार्य में हुए व्यय की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि 5, लाख 60 हजार 786 बाढ़ प्रभावित परिवारों को प्रति परिवार 6 हजार की दर से पीएफएमएस प्रणाली के माध्यम से उनके बैंक खाते में जीआर की राशि भेजी गई है। बाढ़ से विस्थापित लोगों को सामुदायिक रसोई के माध्यम से 37 लाख 92 हाजर 271 व्यक्तियों को पका हुआ खाना खिलाया गया। बाढ़ के पानी में 24 व्यक्तियों की डूबकर मृत्यु हो जाने पर लाभुकों को 4-4 लाख रूपया अनुग्रह अनुदान का भुगतान किया गया एवं स्थानीय आपदा के तहत 63 अन्य लाभुकों को भी अनुग्रह अनुदान का भुगतान किया गया। बाढ़ के समय 44 हजार 422 परिवारों के बीच पॉलीथीन शीट्स का वितरण किया गया। 24 हजार 610 परिवारों को सूखा राशन का पैकेट तथा 9390 पैकेट सूखा राशन एयर ड्रॉप किया गया। 350 परिवारों को राहत शिविर में बर्तन, वस्त्र आदि उपलब्ध कराया गया। बाढ़ प्रभावित पशुओं के बीच 700 क्विटल सूखा चारा का वितरण किया गया। अंचल स्तर पर भी सामुदायिक किचेन का संचालन किया गया। बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने एवं उन तक सहायता पहुंचाने हेतु नाव एवं नाविक की सेवा ली गई थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोबाईल कैंप की व्यवस्था, हेलोजन टेबलेट का वितरण, ब्लीचिग पाऊडर का छिड़काव एवं अन्य आवश्यक कार्य किया गए। पीएचइडी की ओर से वैकल्पिक जलापूर्ति की व्यवस्था एवं बाढ़ में डूबे चापाकलों के बोरबेल में ब्लीचिग पाऊडर डालकर पानी को शुद्ध किया गया। मनरेगा योजनाओं से कुछ ग्रामीण पथों एवं तटबंधों की मरम्मति कराई गई। बैठक में डीएम सहित जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सभी सदस्य शामिल थे। इनमें जिप अध्यक्षा गीता देवी, एडीएम विभूति रंजन चैधरी, उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, कार्यपालक अभियंता, जल संसाधन विभाग तथा आपदा प्रभारी पुष्पेश कुमार शामिल थे।
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दरभंगा। प्रेस नोट - 2 कार्य योजना बनाकर जल-जीवन हरियाली अभियान का लक्ष्य की प्राप्ति करें। प्रत्येक शनिवार प्रगति की समीक्षा होगी: डी.एम. दरभंगा:- जिला पदाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने जल-जीवन हरियाली अभियान के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु संबंधित सभी अधिकारियों को पूरी तत्परता से कार्य करने का निदेश दिया है। कहा कि विभिन्न विभागों के अन्तर समन्वय के अंर्त समन्वय से ही जल-जीवन हरियाली महाअभियान के लक्ष्य की प्राप्ति हो सकेगी। इसके लिए संबंधित सभी विभागों को लक्ष्य निर्धारित किया हुआ है। सभी विभागों को सटीक कार्य योजना बनाकर लक्ष्य को हासिल करने हेतु कठिन मेहनत करनी होगी। वे जल-जीवन हरियाली अभियान की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
कहा कि राज्य सरकार द्वारा जल-जीवन हरियाली अभियान के तहत विभिन्न कंपोनेंट का क्रियान्वयन करने हेतु 10 उप समितियाँ गठित कर दायित्व का निर्धारण किया गया है। इसमें सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को चिन्हि्त कर उन्हें अतिक्रमण मुक्त करना, सार्वजनिक जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार, सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार, जल श्रोतों के पास सोख्ता का निर्माण, नये जल श्रोतों का सृजन आदि मुख्य रूप से शामिल है।
जिलाधिकारी द्वारा बारी-बारी से सभी कंपोनेंट की प्रगति की समीक्षा किया गया और उप समितियों को कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया गया।
उन्होंने कहा कि जल-जीवन हरियाली अभियान के कार्य प्रगति की राज्य स्तर से वीडियो कॉन्फ्रेसिग के माध्यम से उच्च स्तरीय समीक्षा की जा रही है। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही अथवा शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक शनिवार को जल-जीवन हरियाली अभियान से संबंधित विभागों के द्वारा साप्ताहिक प्रतिवेदन समर्पित किया जायेगा, जिसे उप विकास आयुक्त, दरभंगा के द्वारा संकलित करके साप्ताहिक बैठक में प्रस्तुत किया जायेगा।
इस बैठक में अपर समाहत्र्ता श्री विभूति रंजन चैधरी, उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, निदेशक, डी.आर.डी.ए. श्री वसीम अहमद, कार्यपालक अभियंता पी.एच.ई.डी./भवन/विद्युत आपूिर्त्त/भवन निर्माण निगम/मनरेगा/ लघु सिचाई प्रमण्डल, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, नगर प्रबंधक, दरभंगा/बेनीपुर, सभी पी.ओ. आदि शामिल हुए। जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी
दरभंगा।