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पठानकोट की तर्ज पर हमले के अंदेशे से दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन पर मॉक ड्रील

दरभंगा। पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर 10 जनवरी को हमले के मद्देनजर दरभंगा एयरफोर्स पर खतरे के अंदेशे को

By Edited By: Published: Tue, 26 Jan 2016 12:57 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jan 2016 12:57 AM (IST)

दरभंगा। पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर 10 जनवरी को हमले के मद्देनजर दरभंगा एयरफोर्स पर खतरे के अंदेशे को दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार शाम एयरफोसर्ट स्टेशन के अंदर पुलिस प्रशासन ने आपात बैठक की और तैयारियों की मॉक ड्रील की गई। सिटी एसपी हर किशोर राय ने कहा कि आसपास के थानों को लेकर एयरफोसर्ट स्टेशन पर आपात स्थितियों से निपटने के लिहाज से मॉक ड्रील कर तैयारियों को अमलीजामा पहनाया गया। देखा गया कि अगर अचानक हमला हुआ तो हम लोग कैसे और किस तरह उन सब चीजों से निपटने में सक्षम हो सकेंगे। इसी लिहाज से प्ला¨नग का खांका खींचा गया। आपको बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट पर हवाई उड़ानों का इतिहास देश में काफी पुराना है। यूं तो आजादी के पहले सन 1941 में भी यहां विमान सेवा की शुरुआत हो गई थी लेकिन, तब यह सेवा सिर्फ राज दरभंगा के राजाओं और उनके वीवीआईपी अतिथियों के लिए ही उपलब्ध थी। राजा दरभंगा ने ही सन 1950 में आम लोगों के लिए दरभंगा एविएशन के नाम से एक हवाई उड़ान कंपनी की शुरुआत की थी। इसके पास सात विमान थे और यह कंपनी दरभंगा-कोलकाता विमान सेवा चलाती थी। तब व्यवसायी वर्ग इसका खूब इस्तेमाल करता था। 12 वर्षों तक सेवा देने के बाद यह कंपनी सन 1962 में बंद हो गई और दरभंगा एविएशन का यह एयरपोर्ट भारतीय वायु सेना के अधीन चला गया। तब से यहां सरकारी अतिथियों, विशेष व्यक्तियों और सेना के लिए ही उड़ाने संचालित होती हैं। सिटी एसपी ने माना कि देश हाइअलर्ट पर है और पठानकोट एयरबेस पर आतंकी कार्रवाईयों से सबक लेकर एहतियातन कदम उठाकर खुद को उस लिहाज से तैयार करना वक्त का तकाजा है। ऐसे उन्होंने कहा कि एयरफोसर्ट स्टेशन की आंतरिक सुरक्षा की व्यवस्था पहले से ही मुकम्मल है। पुलिस फोर्स अपनी तैयारियों के लिए मशक्कत कर रही है। आसपास के थानों और पुलिस प्रशासन के लोगों का नंबर एयरफोर्स अधिकारियों को दे दिए गए। उनका नंबर भी लिया गया। इस दौरान एयरफोर्स स्टेशन के ¨वग कमांडर खुद भी मौजूद थे। नजदीकी थानों के बारे में जानकारी ली गई कि अनहोनी की घटना के दौरान कौन-कौन थानों से तुरंत संपर्क बनाया जा सकता है। सिटी एसपी ने कहा कि बीएमपी की बम डिस्पोज टीम से जगह-जगह तलाशी कराई गई है। होटलों और लॉजों में भी पुलिस ने रेड मारकर देख लिया है।

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जून में दरभंगा से शुरू हुई थीं उड़ानें

वर्ष 2008 में स्पिरिट एयरवेज ने ही आम लोगों के लिए दरभंगा से दिल्ली के लिए उड़ाने संचालित करने का प्रयास किया था, लेकिन पहला विमान ही रनवे से उतर गया और दुर्घटना होते-होते बची। उसके बाद प्रयास छोड़ दिये गए। इधर, पिछले साल आठ जून को 53 साल बाद फिर एक बार बंद दरभंगा एयरपोर्ट पर चहल-पहल दिखाई पड़ी जब आम लोगों के लिए देश के बड़े शहरों को जोड़ने वाली विमान सेवा की शुरुआत हुई। पर्यटन सेवा प्रदान करने वाली कंपनी डीटीडीएस ने स्पिरिट एयरवेज के साथ मिलकर उड़ानें शुरू की लेकिन दो-एक उड़ानों के बाद ही सेवा ठप पड़ गई। दरभंगा समेत बिहार के भागलपुर, पूर्णिया, गया और पटना एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बंगलुरू, अहमदाबाद, हैदराबाद, चेन्नई और पुणे के लिए सीधी उड़ाने शुरू हुई थी।


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