पूर्व के विवाद में गोलीबारी से तीन जख्मी, तीनों की हालत चिताजनक
बक्सर इटाढ़ी थाना क्षेत्र के चिलबिला गांव बुधवार की शाम चार बजे अचानक गोलियों की तड़तड़ा
बक्सर : इटाढ़ी थाना क्षेत्र के चिलबिला गांव बुधवार की शाम चार बजे अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा उठा। ताबड़तोड़ गोलीबारी की आवाज से गांव में अफरा तफरी मच गई। इस दौरान गोली लगने से एक ही परिवार के तीन लोग जख्मी हो गए हैं। तीनों घायलों को तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां तीनों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया। गोलीबारी की सूचना मिलते ही पुलिस जांच में जुट गई है।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार चिलबिला गांव निवासी राजेंद्र सिंह, राकेश कुमार तथा विमलेश कुमार शाम चार बजे धान की कटनी के बाद बोझा ढोकर खलिहान में इकट्ठा करने में लगे थे। तभी अचानक पटिदार के ही बबन सिंह और तीन चार अन्य हथियारों से लैस होकर खलिहान में आए और अंधाधुंध गोली चलानी शुरू कर दी। अचानक हुई गोलीबारी में तीनों गोली लगने से जख्मी हो गए। जिन्हें तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाया गया। चिकित्सक के अनुसार घायलों में से विमलेश कुमार तथा राकेश कुमार के सीने में गोली लगने से उनकी हालत लगातार खराब होती जा रही है। जबकि राजेंद्र सिंह पिता स्व. रामकिशुन सिंह के कंधे में गोली लगी है। इसको देखते हुए चिकित्सक द्वारा तीनों को तत्काल वाराणसी रेफर कर दिया गया। घटना के संबंध में इटाढ़ी थानाध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि अब तक की पूछताछ में पता चला है कि दोनों पक्ष एक दूसरे के पटिदार और बराबर के हिस्सेदार हैं। अब से करीब 12 साल पूर्व घटना के आरोपित बबन सिंह के एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। जिसकी बाद में गांव से बाहर क्षत-विक्षत लाश बरामद की गई थी। तब पीड़ित परिवार को संदेह था कि पूर्व से चले आ रहे विवाद को लेकर राजेंद्र सिंह तथा विमलेश सिंह द्वारा ही उक्त घटना को अंजाम दिया गया था। इस मामले में राजेंद्र सिंह तथा उनके परिवार के कई अन्य लोगों पर आरोप लगाते हुए इटाढ़ी थाना में केस दर्ज कराया गया था, और अभी भी केस चल ही रहा है। उक्त घटना के बाद से बदले की आग में बबन सिंह का परिवार सुलग रहा था। इस बीच बुधवार की सुबह भी एक महिला के साथ मारपीट की घटना हुई थी। जिसका अंत गोलीबारी की घटना से हुआ। मामले की जानकारी मिलते ही इटाढ़ी पुलिस जांच में जूट गई है। -दस राउंड से अधिक गोली चली
इस संबंध में ग्रामीणों से मिली सूचना के अनुसार जिस समय गोली चलनी शुरू हुई तो ऐसा लगा जैसे लरी वाले पटाखे छूट रहे हैं। गोली की आवाज सुनते ही गांव में भगदड़ मच गई और जिसे जहां जगह मिला वहीं छीप गया। बाद में जब गोलीबारी शांत हुई तब ग्रामीणों ने निकलकर देखा तब पता चला कि दोनों पटिदारों के बीच ही गोली चली थी। ग्रामीणों के अनुसार इस दौरान करीब दस राउंड से अधिक गोली चलाई गई है, जिसकी तड़तड़ाहट से पूरा क्षेत्र गूंज गया था।
-इंसर्ट-
12 घंटे के अंदर गोली मारने की तीन घटनाएं
बुधवार का दिन शायद बक्सर वासियों के लिए बेहद अशुभ था, जहां महज 12 घंटों के अंदर हुई गोलीबारी की तीन घटनाओं में छह लोग जख्मी हो गए हैं। इनमें से चार की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। जिन्हें उनकी स्थिति को देखते हुए तत्काल रेफर कर दिया गया। विशेषता यह भी है कि इनमें से दो घटनाएं इटाढ़ी थाना क्षेत्र के दो गांवों में हुई है, जबकि एक घटना सोनवर्षा ओपी क्षेत्र के टिकपोखर में हुई है।
एक ही दिन गोली मारने की तीन-तीन घटनाओं से जिलावासी सकते में हैं, वहीं बक्सर पुलिस की पेशानी पर बल पड़ गए हैं। तीनों घटनाओं में से दो तो लूट के दौरान मारी गई गोली से जख्मी हुए हैं, जबकि तीसरी घटना पूर्व के विवाद को लेकर अंजाम दी गई है। पहली घटना इटाढ़ी थाना क्षेत्र के वसुधर गांव के समीप टेंट व्यवसायी की बाइक लूटने के लिए अपराधियों ने गोली मार दी थी। जबकि दूसरी घटना सोनवर्षा ओपी के टिकपोखर की है, जिसमें गड़ेरियों की भेड़ लूटने के लिए आठ से दस की संख्या में रहे हमलावरों ने दो गड़ेरियों को गोली मार दी। वहीं तीसरी घटना एक बार फिर इटाढ़ी के चिलबिला गांव में हुई है, जहां अपने ही पटिदारों ने पूर्व के विवाद को लेकर दूसरे पटिदार को गोली मार दी। जिसमें तीन लोगों की हालत चिताजनक बनी हुई है।