प्रखंड के ई किसान भवन में जाने का नहीं है कोई रास्ता
बक्सर किसान और कृषि के विकास के लिए सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर ई किसान भवन बना
बक्सर : किसान और कृषि के विकास के लिए सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर ई किसान भवन बना दिया। लेकिन, कार्यालय में आने जाने के लिए रास्ता नहीं होने के चलते किसानों की परेशानी बढ़ गई है। समस्या किसी एक दिन की नहीं है। बरसात पूर्व भी कार्यालय में आने जाने की समस्या यथावत रहती है। स्थिति की गंभीरता को देख किसानों ने कार्यालय से अपना नाता तोड़ लिया है।
कर्मियों को कार्यालय आने जाने की विवशता है। विषम स्थिति में गिरते पड़ते और जहरीले जीव जंतुओं का सामना करते कर्मियों को कार्यालय में प्रवेश करना पड़ता है। वर्तमान समय में लगातार हो रही बरसात ने स्थिति को काफी गंभीर कर दिया है। किसान रामाधार सिंह कहते हैं कि कीचड़ जलजमाव और जंगल की स्थिति को देखकर हिम्मत नहीं होती है कि किसान भवन में प्रवेश किया जाए। किसान गणेश सिंह का कहना है कि बहुत जरूरी होने पर कर्मियों से दूरभाष पर बात कर लिया जाता है। बदहाल स्थिति को देखकर प्रखंड के कृषि कार्यालय जाना छोड़ दिए हैं। यह समस्या इन्हीं 2 किसानों की नहीं है। कोई भी किसान ई किसान भवन में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है। प्रखंड कार्यालय का किसान भवन को निर्माण के बाद से ही रास्ता नहीं प्रदान किया गया। सड़क से किसान भवन प्रांगण का जमीन काफी नीचे होने के कारण हमेशा जलजमाव के चपेट में रहता है। बारिश के अलावे नाली का पानी भी किसान भवन के प्रांगण में पसरा रहता है। जलजमाव और कीचड़ हमेशा बना रहता है। जिस चलते आवागमन की समस्या गंभीर बनी रहती है।
कहते हैं प्रखंड कृषि पदाधिकारी
ई किसान भवन में रास्ता की समस्या तथा किसान के साथ कर्मियों को आने जाने में होने वाली परेशानी से जिला कृषि कार्यालय और प्रखंड विकास पदाधिकारी को अवगत कराया गया है। पदाधिकारियों को कई बार पत्र देकर स्थिति की गंभीरता बताई गई है। अब तक रास्ता के समस्या का समाधान नहीं हुआ है। बरसात बाद काम होने का आश्वासन मिला है।
कृष्ण मोहन चौधरी प्रखंड कृषि पदाधिकारी डुमरांव