Move to Jagran APP

लोक आस्था पर्व पर भक्ति में डूबा माहौल, खरना आज

बक्सर बुधवार को नहाय खाय के साथ चार दिवसीय सूर्योपासना के पर्व भक्तिपूर्ण माहौल में प्रारम्भ हुआ। लोक आस्था के महान पर्व छठ पूजा को लेकर बाजारों में काफी चहल पहल है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 11:47 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 11:47 PM (IST)
लोक आस्था पर्व पर भक्ति में डूबा माहौल, खरना आज
लोक आस्था पर्व पर भक्ति में डूबा माहौल, खरना आज

बक्सर : बुधवार को नहाय खाय के साथ चार दिवसीय सूर्योपासना के पर्व भक्तिपूर्ण माहौल में प्रारम्भ हुआ। लोक आस्था के महान पर्व छठ पूजा को लेकर बाजारों में काफी चहल पहल है। अ‌र्घ्य देने हेतु श्रद्धालुओं द्वारा फल एवं पूजन सामग्रियों की खरीदारी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बुधवार को छठ व्रतियों ने पवित्रता के साथ चावल, अरहर के दाल एवं लौकी के सब्जी बना खाकर चार दिवसीय सूर्योपासना का व्रत की शुरूआत किया।

loksabha election banner

गुरुवार को खरना एवं शुक्रवार को अस्ताचल गामी भगवान भुवन-भाष्कर को पहला अ‌र्घ्य दिया जायेगा। इस महान पवित्रता के त्योहार को लेकर छठ घाटों की साफ-सफाई एवं आकर्षक लाइट व डेकोरेशन से सजाने की तैयारी चल रही है। अनुमंड़ल के विभिन्न इलाकों मे 'हिहीरि झिहिरि मेघ बरसेला, ओरिए-ओरिए बुंद चुवे...। जैसे बज रहे पारंपरिक छठ गीतों की धुन से भक्ति-रस की अविरल धारा प्रवाहित हो रही है। छठ पर्व को लेकर साफ सफाई एवं छठ व्रती श्रद्धालुओं को सुविधा देने के लिहाज से विभिन्न स्वयंसेवी संगठन के लोगों व प्रतिनिधियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। नगर के ऐतिहासिक छठियां पोखरा सहित इलाके के विभिन्न तालाबों में वैरिकेटिग व साफ-सफाई की प्रक्रिया पिछले कई दिनों से चल रही है। --फलों की सजी दुकानें, खरीदारों की उमड़ी भीड़

छठ पर्व को लेकर स्थानीय बाजार सहित अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न बाजारों में फलों की दुकानें सज गयी है। हॉलाकि महंगाई के दौर में फलों की कीमत को लेकर न सिर्फ छठ व्रतियों की परेशानी बढ़ी है, वल्कि बाजार पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। फिर भी मन्नतें और मनौती पूरा करने की नीयत से निम्नवर्गीय लोग किसी तरह गुंजाईश कर अपना काम निकाल रहे है। इस साल फलों की महंगाई का असर दुकानदारों पर भी पड़ रहा है। अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि ईख के लिए उपजाऊ मिट्टी वाले इलाके में 28 से 38 रूपयें जोडा ईख एवं नारियल पचास से अस्सीे रूपये जोड़ा बिक रहा है। यहीं नहीं विभिन्न बाजारों में कपड़ा की दुकानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रहा है। ऐसी पुरानी परंपरा है कि सूर्योपासना पर्व में व्रती नये-नये परिधानों में ही भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य देते है।

--चल रहा है साफ-सफाई का दौर

आस्था व विश्वास के महान पर्व छठ व्रत को लेकर स्थानीय बाजार सहित पूरें इलाके में काफी चहल-पहल देखने को मिल रहा है। दीपावली के पहले से ही सभी छठ घाटों पर व्रती परिजनों द्वारा जगह बनानें की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी। नगर के ऐतिहासिक छठियॉ पोखरा, नया तालाब, सुरत राय के पोखरा, रानी तालाब, प्रखंड परिसर जंगली शिव मंदिर का तालाब सहित लाखनडिहरा, नंदन, नया व पुराना भोजपुर, कोरानसराय, ठोरी पांडेयपुर, चौगाईं, मुरार एवं आमसारी व ओझावरॉव सहित कई गवंई इलाकों में भी तालाबों की साफ-सफाई एवं छठ घाटों को आकर्षक तरीके से सजाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.