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सिय-पिय मिलन को रंगभूमि सजकर तैयार

बक्सर। सीताराम विवाह महोत्सव समिति के तत्वावधान में शहर के नया बाजार स्थित सिय-पिय मिलन महोत्सव

By Edited By: Published: Tue, 08 Dec 2015 06:16 PM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2015 06:16 PM (IST)
सिय-पिय मिलन को रंगभूमि सजकर तैयार

बक्सर। सीताराम विवाह महोत्सव समिति के तत्वावधान में शहर के नया बाजार स्थित सिय-पिय मिलन महोत्सव के लिए रंग भूमि सज-धजकर तैयारी हो गई है। जहां उत्सवी माहौल में मंगलवार से नौ दिवसीय महा आयोजन का शुभारंभ होगा। विश्व प्रसिद्ध इस अध्यात्मिक आयोजन की साक्षी बनने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु व इसके प्रणेता साकेतवासी पूज्य संत नेहनिधि श्रीनारायणदास जी भक्तमाली'मामाजी'शिष्य पहुंचने लगे हैं। जिससे महोत्सव स्थल की रौनक बढ़ गई है।

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सीताराम विवाह महोत्सव आश्रम के महंत श्रीराजाराम शरण जी महाराज ने बताया कि आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि इस बार ज्ञान गुदरी वृंदावन के सुप्रसिद्ध भागवत मर्मज्ञ श्री पुण्डरीक कृष्ण गोस्वामी जी नौ दिनों तक श्रीमछ्वागवत कथा सुनायेंगे। महोत्सव का समापन 17 दिसंबर को श्रीराम कलेवा के साथ होगा। सीताराम विवाह महोत्सव के साक्षी बनने के लिए देश के कोने-कोने से संत, आचार्य व श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं।

वृंदावन से पहुंची लीला मंडली

महोत्सव में शिरकत करने के लिए वृंदावन के ब्रज कोकिला स्वामी डा.देवकीनंदन शर्मा जी की लीला मंडली पहुंच गई है। इनके द्वारा नौ दिनों तक दिन में श्रीकृष्ण लीला व रात में श्रीरामलीला का मंचन किया जाएगा। जिनके सहयोग में आश्रम के परिकर भी रहेंगे।

गौरी-शंकर लीला से आगाज, 16 को विवाह

श्रीरामलीला का आगाज 9 दिसंबर को श्रीगौरीशंकर विवाह लीला से होगा। जिसका समापन 17 को श्रीराम कलेवा से किया जाएगा। इस बीच 10 को अवतार प्रयोजन व जय-विजय लीला, 11 को श्रीराम जन्म एवं बाल लीला तथा 12 को सीता जन्म, विश्वामित्र आगमन व अहल्या उद्धार लीला का प्रदर्शन होगा। जबकि 13 को जनकपुर प्रवेश व नगर दर्शन, 14 को साकेतवासी महर्षि खाकी बाबा सरकार के सिय-पिय मिलन तिथि के उपलक्ष्य में उनके श्रद्धांजलि स्वरूप दिन में पुष्पवाटिका लीला व समष्टि भंडारा तथा रात को धनुष यज्ञ लीला का आयोजन होगा। 15 को मटकोर व श्रीराम बारात की शोभायात्रा निकाल शहर का भ्रमण किया जाएगा तथा 16 को सिय-रघुवर विवाह संपन्न होगा।

साक्षी बनेंगे जगद्गुरु श्री शंकराचार्यजी

सीतारात विवाह के साक्षी बनने के लिए ज्योतिषपीठाधीश्वर स्वामी श्री वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज व जगद्गुरु श्री रामानंदचार्य श्री रामनरेशाचार्य जी महाराज आयेंगे। इनके अलावा भानुपुरा पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्री शंकराचार्य श्री दिवयानंद तीर्थ जी महाराज, वेदानंती रैवासाधाम, सीकर राजस्थान के श्री राघवाचार्य जी महाराज व वृंदावन के द्वारकारचार्य मलूकपीठाधीश्वर श्री राजेन्द्र दास जी महाराज के भी कार्यक्रम के दौरान पधारने की संभावना है।


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