सिय-पिय के मिलन को मंच तैयार, समारोह कल से
सिय-पिय मिलन महोत्सव के लिए नया बाजार की 'रंगभूमि' सज-धज कर तैयार हो गई है। महोत्सव का शुभारंभ 5 दिसंबर से हो रहा है। जिसके तहत विविध धार्मिक आयोजनों के बीच श्री गौरी शंकर विवाह लीला से रामलीला कार्यक्रम का अवलोकन कर सकेंगे।
बक्सर । सिय-पिय मिलन महोत्सव के लिए नया बाजार की 'रंगभूमि' सज-धज कर तैयार हो गई है। महोत्सव का शुभारंभ 5 दिसंबर से हो रहा है। जिसके तहत विविध धार्मिक आयोजनों के बीच श्री गौरी शंकर विवाह लीला से रामलीला कार्यक्रम का अवलोकन कर सकेंगे। दस दिसंबर को दिन में पुष्प वाटिका में पहुंचने के बाद उसी रात भगवान श्रीराम धनुष का खंडन करेंगे और 12 तारीख को सीय-रघुवीर विवाह महोत्सव संपन्न होगा। 'श्री सीताराम विवाह महोत्सव समिति'के तत्वावधान में आयोजित होने वाले'सिय-पिय मिलन महोत्सव'की तैयारियां आखिरी दौर में पहुंच गई है। जिसे अंतिम रूप देने में देश के कोने-कोने से पहुंचे लगभग दो सौ स्वयं सेवक रात-दिन एक किए हुए हैं। इस महा आयोजन की साक्षी को देश के कोने-कोने से लोगों के पहुंचने का क्रम जारी हो गया है। इसको लेकर करीब सात एकड़ भूमि की घेराबंदी कर पंडाल लगाने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। जहां अलग-अलग घेरा बनाकर अतिथियों के भोजन, उनके ठहरने, कथा-प्रवचन सुनने एवं लीला देखने की व्यवस्था की गई है। 20 हजार अतिथियों के भोजन का इंतजाम देश-विदेश में फैली ख्याति के चलते महोत्सव में देश के कोने-कोने से लोग शिरकत करते हैं। इनके खाने एवं ठहरने का उचित प्रबंध किया गया है। इसके लिए डेढ़ एकड़ में घेराबंदी कर भोजनशाला बनाया गया है। जिसमें प्रति दिन तकरीबन 20 हजार अतिथि भोजन कर सकेंगे। इसके अलावा मुख्य पंडाल के किनारे झोपड़ीनुमा टेंट व रेवटी लगाकर उनके ठहरने के भी खास इंतजाम किए गए हैं। रात-दिन जोरशोर से हो रहा काम महोत्सव स्थल को चाक-चौबंद करने के लिए बाहर से टेंट हाउस मंगाया गया है। जो कई ट्रक सामान लेकर टेंट हाउस के का¨रदा एवं कारीगर पहुंचे हैं। वे गत पंद्रह दिनों से बांस-बल्ला गाड़कर तैयारियों को अंतिम रूप देने तथा लाइट व साउंड की व्यवस्था करने में जुटे हैं। स्थल पर भव्य मंच बनकर तैयार आयोजन स्थल पर तकरीबन तीन सौ वर्ग फीट का एक भव्य मंच बनाया गया है। जिसकी ऊंचाई चार फीट रखी गई है। जिसपर असीन होकर संत एवं विद्वान प्रवचन देंगे, पद गायन होगा तथा रात में श्रीराम लीला का मंचन किया जाएगा। मुख्य कथावाचक होंगे वृंदावन के'पुण्डरीक जी' आयोजन समिति के लोगों के मुताबिक ज्ञान गुदरी वृंदावन के सुप्रसिद्ध कथा वाचक श्रीमन्माधव गौडेश्वर वैष्णावाचार्य पूज्य श्री पुण्डरीक गोस्वामी जी महाराज 9 दिनों तक श्रीमद् वाल्मीकीय रामायण कथा सुनायेंगे। कथा 05 तारीख से प्रारंभ हो 13 तारीख तक चलेगी। जिसका समय अपराह्न तीन बजे से लेकर सायं 7 बजे तक का रखा गया है। 9 दिनों तक चलेगा आध्यात्मिक कार्यक्रम 05 से शुरू होने वाले इस महोत्सव का समापन 13 दिसंबर को होगा। जिसमें नौ दिवसीय अष्टयाम श्रीहरिनाम संकीर्तन, प्रतिदिन सुबह श्रीरामचरितमानस का पाठ के बाद श्रीकृष्ण लीला का मंचन होगा। तत्पश्चात दोपहर में एक घंटे तक झांकी व पदगायन के बाद अपराह्न 3 बजे से श्रीमद् वाल्मीकीय रामायण कथा सुनाई जायेगी तथा रात में भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र को जीवंत किया जाएगा।