बाढ़ के पानी से घिर गया श्रीकांत राय का डेरा
बक्सर गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को गंगौली पंचायत के श्रीकांत राय का डेर
बक्सर : गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को गंगौली पंचायत के श्रीकांत राय का डेरा गांव पानी से पूरी तरह घिर गया है। गांव से बाहर निकलने के सारे रास्ते बंद हो चुके हैं। लोग नाव के सहारे आवागमन करने को विवश हैं। मगर बस्ती से दक्षिण भागड़ में जहां पानी कम है वहां से कुछ लोग पैदल भी पार कर दैनिक आवश्यकताओं के सामानों की खरीदारी करने बाहर जा रहे हैं।
स्थानीय गांव के कृष्णा यादव, सुरेश कुमार, सुधीर कुमार, विमलेश कुमार, पंकज यादव सहित कई अन्य लोगों ने बताया कि बस्ती के चारों तरफ पानी हो जाने से आम जनता के साथ साथ मवेशियों को भी भारी परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ रहा है। वहीं, बड़कागांव से लेकर केशोपुर तक गंगा का पानी न सिर्फ बक्सर कोईलवर तटबंध तक पहुंचने को है बल्कि अब धीरे धीरे मैदानी भाग की ओर भी अग्रसर है। लोगों की माने तो अगर पानी बढ़ने की प्रक्रिया इसी प्रकार जारी रही तो अगले दो-तीन दिनों के अंदर पूरा दियारा जलमग्न हो जाएगा। राजापुर पंचायत के पूर्व मुखिया अंगद यादव ने बताया कि गत रात से पानी बढ़ने की रफ्तार काफी तेज हो गई हैं। गंगा का जलस्तर और थोड़ा भी ऊपर हुआ तो दियरांचल की पूरी आबादी पानी से घिर जाएगी। दूसरी ओर गंगा के तट पर बसे गुरुदेव नगर, भिक्षु के डेरा, दादाबाबा के डेरा, श्रीकांत राय के डेरा, बेनीलाल के डेरा, टेकमन के डेरा, लाल सिंह के डेरा, सुचित के डेरा, बिगु के डेरा, गर्जन पाठक के डेरा, तिलक राय के हाता सहित कई अन्य गांवों के लोग गंगा के बढ़ते रौद्र रूप को देख सगे-संबंधियों से संपर्क स्थापित करने में लग गए हैं। ताकि आपदा की घड़ी में उनकी मदद ली जा सके। परवल की खेती हो गई बर्बाद
गंगा के तटवर्ती दियारे में किसानों द्वारा सैकड़ों एकड़ में की गई परवल की खेती पानी में डूब जाने के कारण पूरी तरह बर्बाद हो गई है। किसानों का कहना है कि गंगा के जलस्तर में और थोड़ी सी भी वृद्धि हुई तो अन्य प्रकार की फसलें भी पूरी तरह चौपट हो जाएगी। गर्जन पाठक के डेरा गांव निवासी परवल उत्पादक किसान रामाशंकर बिद ने बताया कि खेती चौपट होने से किसानों के लाखों की क्षति हुई है। ऐसी स्थिति में दियारे के किसानों की चिताए काफी बढ़ गयी है।
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गंगा जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला उत्तरोत्तर जारी है। लेकिन इससे दियारावासियों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। स्थानीय प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए मुकम्मल व्यवस्था कर चुका है।
अजय कुमार सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सिमरी।