आंगनबाड़ी कर्मियों ने दिया एकदिवसीय धरना
बक्सर। बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के बैनर तले विभिन्न मांगों के समर्थन में सोमवार को प्रखं
बक्सर। बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के बैनर तले विभिन्न मांगों के समर्थन में सोमवार को प्रखंड की सभी सेविका और सहायिका ने बाल विकास परियोजना कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया। पूर्व निर्धारित समय के तहत प्रखंड के सभी केन्द्रों की सेविका-सहायिका अपने केंद्र को बंद कर सुबह सात से 11 बजे तक विरोध जताते हुए कार्यालय परिसर में राज्य एवं केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एक सभा का आयोजन किया। सभा की अध्यक्षता संघ की अध्यक्ष देवन्ती देवी ने की। इस मौके पर उपस्थित सेविका सीमा देवी, प्रमिला देवी, ¨रकू देवी, मंजू देवी, अराधना देवी ने कहा कि सरकार हमलोगों के साथ नाइंसाफी कर रही है। चार घंटे के बदले आठ घंटे काम ले रही है। जबकि, वेतन के साथ भेदभाव कर रही है। महंगाई बढ़ने के बाद भी पुराने दर पर ही केन्द्रों के किराये का भुगतान किया जा रहा है। सभी सेविकाओं ने एक स्वर में आह्वान किया कि सरकार पिछले वर्ष हड़ताल के दौरान जिन मांगों को पूरा करने का वादा की थी। अगर वे मांगें पूरी नहीं होती है तो संघ की तरफ से आंदोलन किया जाएगा। इसके बाद संघ द्वारा प्रस्तावित मांग पत्र में बिहार सरकार की तर्ज पर आंगनबाड़ी कर्मियों को अवकाश देने, मोबाइल सिस्टम के खराबी की मरम्मत करने, सेविका-सहायिका को सरकारी कर्मी का दर्जा दे मानदेय देने, हड़ताल के उपरान्त लंबित मांगों का निष्पादन करने, सेवानिवृति के बाद 5000 रुपये प्रतिमाह पेंशन देने, आंगनबाड़ी का निजीकरण, एनजीओ सहित अन्य किसी भी प्राइवेट सेक्टर को सौंपने पर रोक लगाने सहित कुल 15 सूत्री मांग पत्र बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नीरू बाला को सौंपा गया।