कुकुढ़ा घटना के विरोध में महागठबंधन ने निकाला विरोध मार्च
जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से नामांकन पत्र भरकर सुर्खियां बटोरी थी। आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि पूरे सूबे में बेटियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। कुकुढ़ा की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। राज्य की सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। ऐसा कोई दिन नहीं जब दुष्कर्म की घटना न हो रही हो। अब तो
बक्सर : कुकुढ़ा की घटना और महिला अपराध के विरोध में गुरुवार को डुमरांव में विरोध मार्च निकाला गया। थाना गेट से चलकर विरोध मार्च नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए राजगढ़ चौक पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। इस मार्च में वाराणसी में पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़कर चर्चा में आए पूर्व फौजी तेज बहादुर सिंह भी शामिल हुए।
वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं के लिए यह सबसे खराब दौर है। आए दिन निर्भया बलि चढ़ रही है। नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रत्येक 20 मिनट पर एक दुष्कर्म की घटना हो जाती है। महानगरों में प्रतिदिन 90 से 95 महिलाएं की दुष्कर्म की शिकार बनती हैं। देश में प्रत्येक साल 25000 दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है। कई ऐसे मामले हैं, जो लोक-लाज के चलते समाज के पटल पर नहीं आ रहे हैं। राजद नेता सुनील कुमार उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि धर्म के ठीकेदार कभी हिदू-मुसलमान को बहस के दायरे में लाते हैं। सभा में दुष्कर्म की घटनाओं की तीव्र निदा करते हुए दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीपीआई नेता सत्यनारायण प्रसाद ने किया। कार्यक्रम में पूर्व फौजी तेजबहादुर यादव के अलावा महागठबंधन के अन्य नेताओं सहित आरा से आए एएम बुखारी, इलाहाबाद से किसान नेता राजेश्वर यादव, बलिया राजद जिलाध्यक्ष विद्यापति सिंह आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।