बक्सर में एक सेमी. की रफ्तार से कम हो रहा गंगा का जलस्तर, मिलेगी राहत
बक्सर। बक्सर में पिछले एक सप्ताह से लगातार कहर बरपा रही गंगा अब शांत हो चली है। इस बीच बाढ़ का असर कुछ कम हो रहा है। इलाहाबाद व वाराणसी में गंगा का पानी तेजी से घटने लगा है।
बक्सर। बक्सर में पिछले एक सप्ताह से लगातार कहर बरपा रही गंगा अब शांत हो चली है। इस बीच बक्सर से लेकर इलाहाबाद तक सभी स्थानों पर जलस्तर में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। बक्सर में सुबह नौ बजे इस बार का अधिकतम जलस्तर 61.19 मीटर दर्ज किए जाने के बाद पूर्वाह्न 11 बजे एक सेंटीमीटर की कमी के साथ 61.18 मीटर दर्ज किया गया। इसके साथ ही अब अनुमान किया जा रहा है कि ग्रामीण इलाकों से भी गंगा का पानी अब निकलना शुरू हो जाएगा।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार इलाहाबाद में गुरुवार से और वाराणसी में शुक्रवार से ही जलस्तर में काफी तेजी से कमी दर्ज की जा रही थी। इस बीच में गाजीपुर में पिछले 24 घंटों से जलस्तर के स्थिर बने रहने के कारण बक्सर में शनिवार की सुबह तक लगातार जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जाती रही है। रिपोर्ट के अनुसार बक्सर में सुबह चार बजे 61.19 मीटर पर जलस्तर पहुंचने के बाद बिल्कुल स्थिर हो गया और यह स्थिति लगातार शनिवार की दस बजे सुबह तक बनी रही। पूर्वाह्न 11 बजे पहली बार जलस्तर में एक सेमी की कमी दर्ज किए जाने के बाद अब लगातार एक सेमी की रफ्तार से जलस्तर नीचे जा रहा है। सुबह 11 बजे 61.18 मीटर, दोपहर 12 बजे 61.17 मीटर, अपराह्न एक बजे 61.16 मीटर, अपराह्न दो बजे 61.15 मीटर के बाद अपराह्न तीन बजे 61.14 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया है। उधर, इलाहाबाद में जलस्तर कम होने की रफ्तार पांच से बढ़कर सात सेमी प्रति घंटे पहुंच गई है। वहीं वाराणसी में दो की रफ्तार से कम हो रहा जलस्तर अब चार सेमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ चुका है। हालांकि, गाजीपुर में जलस्तर कम होने की रफ्तार फिलहाल धीमी है, वहीं अपराह्न दो से तीन के बीच जलस्तर स्थिर पाए जाने की सूचना है। -कर्मनाशा व धर्मावती के साथ ठोरा पर अभी दबाव बरकरार :
तबाही मचा रही गंगा जहां अब शांत होने लगी है, वहीं इसकी सहयोगी नदियां धर्मावती, कर्मनाशा और ठोरा में अभी भी दबाव बना है। इसके असर से ग्रामीण इलाकों में फिलहाल स्थिति जस की तस बनी है। इस बीच मूसाखंड बांध और दुर्गावती से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने से कर्मनाशा और धर्मावती पर दबाव बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को सोन में सवा लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सोन के दबाव से गंगा के पानी खिंचाव पर भी असर पड़ने की उम्मीद है। इन सारी स्थितियों को देखते हुए अनुमान है कि अभी स्थिति को सामान्य होने में थोड़ा वक्त लग सकता है। पिछले एक सप्ताह से कहर ढा रही गंगा, घिरे दर्जनों गांव :
एक सप्ताह से गंगा लगातार कहर ढा रही थी। तेजी से बढ़ते जलस्तर के बीच ग्रामीण इलाकों के दर्जनों गांव पानी से घिर गए। वहीं कई गांवों में घरों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था। दूसरी ओर, बक्सर-मोहनियां व बक्सर-कोचस मुख्य मार्ग पर पानी आ जाने के बाद आवागमन तक प्रभावित होने लगा था। वहीं शहर में भी तेजी से बाढ़ का पानी प्रवेश करने के कारण कोइरपुरवा, धोबी घाट, सुमेश्वर स्थान आदि कई मुहल्ले के लोगों का आने-जाने का मार्ग पूरी तरह डूब गया था।