पिता ने बेटी के कपड़ों को ही बना दिया कफन
एक पिता जिसने अपनी बिटिया को बड़े ही नाजों से पाल-पोसकर बड़ा किया वही पिता एक दिन उससे इतनी नफरत करने लगा कि उसी की जान का दुश्मन बन बैठा। कुकुढ़ा हत्या मामले में ऐसा ही कुछ उजागर होकर सामने
बक्सर : एक पिता जिसने अपनी बिटिया को बड़े ही नाजों से पाल-पोसकर बड़ा किया वही पिता एक दिन उससे इतनी नफरत करने लगा कि उसी की जान का दुश्मन बन बैठा। कुकुढ़ा हत्या मामले में ऐसा ही कुछ उजागर होकर सामने आया है। जिसमें बेटी से नफरत की इंतहा होने के बाद एक पिता ही बेटी का हत्यारा बनने के लिए मजबूर हो गया।
बेटी की जो भी करतूत पिता के सामने आई थी, उससे एक बेटी के पिता को बार-बार समाज के सामने शर्मसार होना पड़ रहा था। हालांकि, उसकी करतूतों से वाकिफ पिता ने बार-बार बेटी को समझाने का प्रयास किया। समाज की बंदिशों का हवाला देते उससे अनेक मिन्नतें की पर, प्रेम दीवानी इंदू को इन सबसे कोई मतलब नहीं रहा। वो बार-बार पिता की नसीहतों को ताक पर रखते हुए अपनी मनमानी करने पर उतारू थी। इंदू के हर बार की हरकत से पिता महेंद्र बार-बार आहत होता रहा। ऐसे में जब उसके बर्दाश्त की इंतहा हो गई तब उसने आखिरकार एक भयानक कदम उठाने का निर्णय ले लिया। तब यह नफरत की इंतहा ही थी कि एक पिता को अपनी ही पुत्री पर गोली दागते हुए जरा भी हाथ नहीं कांपा। इतना ही नहीं जिस बेटी को घर से घूमने के बहाने लेकर निकला था उसी के कपड़ों से उसकी कफन भी तैयार कर दी। इस बीच हत्या के बाद घर से जिन कपड़ों को बैग में लेकर इंदू निकली थी उसे पिता महेंद्र ने इंदू के शव पर पुआल डालकर आग के हवाले करने के बाद उसी पर डाल दिया। और इंदू के साथ ही साथ उसके कपड़े भी उसके चिता की आग में जलकर दफन हो गए। महेंद्र के भाई का भी रहा है आपराधिक इतिहास
जागरण संवाददाता, बक्सर : बताया जा रहा है कि पिता महेंद्र का एक भाई भी है जिसका नाम वीरेंद्र बताया जा रहा है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार भाई वीरेंद्र का भी पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ दिनारा तथा सासाराम समेत बक्सर में भी कई मामले दर्ज होने की सूचना है। इस बीच पुलिस ने हत्याकांड में इंदू की मां शर्मिला समेत पांच लोगों का जिक्र किया है। जिनमें पिता महेंद्र और भाई मुकेश को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। कयास यह लगाया जा रहा है कि जिन तीन लोगों की गिरफ्तारी बाकी होने का पुलिस जिक्र कर रही है उनमें महेंद्र के भाई वीरेंद्र का भी नाम शामिल हो सकता है। हालांकि, पुलिस इस संबंध में अभी कुछ भी बताने से साफ मना कर रही है।