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जिले के लिए शानदार रहा बीपीएससी का परिणाम

बक्सर। बिहार लोक सेवा आयोग की 64वीं संयुक्त परीक्षा में बक्सर के प्रतिभावान युवाओं ने अपना दमखम दिखाया है। रविवार को जारी किए गए परीक्षा परिणाम में बक्सर के बेटी बेटियों के साथ बहुओं ने भी नाम रोशन किया है। परिणाम घोषित होने के बाद सफल अभ्यर्थियों के घर हो तथा गांव मुहल्लों में खुशी का माहौल बना हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Jun 2021 11:27 PM (IST)Updated: Mon, 07 Jun 2021 11:27 PM (IST)
जिले के लिए शानदार रहा बीपीएससी का परिणाम

बक्सर। बिहार लोक सेवा आयोग की 64वीं संयुक्त परीक्षा में बक्सर के प्रतिभावान युवाओं ने अपना दमखम दिखाया है। रविवार को जारी किए गए परीक्षा परिणाम में बक्सर के बेटी बेटियों के साथ बहुओं ने भी नाम रोशन किया है। परिणाम घोषित होने के बाद सफल अभ्यर्थियों के घर हो तथा गांव मुहल्लों में खुशी का माहौल बना हुआ है। बक्सर में प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए संचालित शारदा कारखाने से जुड़े उप निर्वाचन पदाधिकारी आशुतोष कुमार राय ने सभी अभ्यर्थियों की सफलता पर उन्हें बधाई दी है।

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शिक्षक के पुत्र बने सहायक निदेशक मुरार उच्च विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक नारायण पति तिवारी के पुत्र अमृत तिवारी ने बीपीएससी की 64वीं उक्त परीक्षा में अपने पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त करते हुए अपने परिवार सहित ग्राम वासियों को गौरवान्वित किया है। अमृत बताते हैं कि यूपीएससी की परीक्षा में भी सम्मिलित हुए हैं जिसका परिणाम आने वाला है। अमृत का चयन बीपीएससी में सहायक निदेशक समाज कल्याण विभाग के पद पर हुआ है। उनका इस परीक्षा में 92वां रैंक प्राप्त हुआ है। माता-पिता के सबसे बड़े पुत्र अमृत बीटेक करने के बाद दिल्ली में रहकर तैयारी कर रहे थे। बच्चों को पढ़ाते-पढ़ाते शिक्षक शिक्षिका बन गए अधिकारी बक्सर उच्च विद्यालय के शिक्षक मनोज गुप्ता तथा शिक्षिका अपर्णा कुमारी का अंचल अधिकारी के पद पर चयन हुआ है। इसके अतिरिक्त हकीमपुर उच्च विद्यालय के शिक्षक अनिल पासवान का बीपीआरओ के पद पर चयन हुआ है। इस सफलता के लिए बक्सर माध्यमिक शिक्षक संघ के तरफ से सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई है। बताया जा रहा है कि यह सभी शिक्षक प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एमपी उच्च विद्यालय में ही चलाए जा रहे हैं शारदा कारखाना से जुड़े हुए थे तथा बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करा रहे थे। बक्सर की बहू ने तोड़ा बीपीएससी का चक्रव्यूह सदर प्रखंड के मझरिया गांव की बहू अंकिता सिंह ने अपने पहले ही प्रयास में 242वां स्थान प्राप्त कर रेवेन्यू ऑफिसर का पोस्ट प्राप्त किया है। पेशे से ठेकेदार तथा तथा बिजली दुकान चलाने वाले अशोक सिंह के पुत्र प्रतीक कुमार सिंह से इसी वर्ष अप्रैल माह में 26 तारीख को हुई थी। अंकिता ने गाजियाबाद में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी की थी। पुत्र-वधू की इस सफलता से उत्साहित अशोक सिंह ने जमकर बैंड-बाजा भी बजवाया उन्होंने कहा कि, उनकी पुत्र वधू ने गर्व से उनका सीना चौड़ा कर दिया है।

कृतपुरा की बेटी बनेगी राजस्व अधिकारी कृतपुरा के रहने वाले जय राम दास की पुत्री निधि ज्योत्सना ने परीक्षा में सफलता प्राप्त कर राजस्व अधिकारी का पद प्राप्त किया है। निधि ने नवोदय विद्यालय बिहिया से मैट्रिक और पटना के संत माइकल हाई स्कूल से 12 वीं की परीक्षा पास की है। उन्होंने पहले ही प्रयास में यह सफलता पाई है। ज्योत्सना के पिता भोजपुर समाहरणालय में कार्यरत हैं वहीं, माता संजू देवी गृहणी हैं। निधि तीन बहन एक भाई हैं। एक बहन रिम्स, रांची से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। दूसरी बहन बिजली कंपनी में बतौर कनीय अभियंता कार्यरत हैं।

राजस्व सेवा अधिकारी के पद पर चयनित हुई है मोनिका नावानगर अंचल के भटौली गांव के निवासी तुलसी सिंह की पौत्री एवं हरेंद्र प्रसाद सिंह की पुत्री मोनिका आनंद परीक्षा में राजस्व सेवा अधिकारी के पद पर चयनित हुई हैं। वर्तमान में मोनिका आनंद गृह मंत्रालय में अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। मोनिका की प्रारंभिक पढ़ाई पिता के इंजीनियरिग सेवा में कार्यरत रहने के कारण कई जिलों में हुई एवं बीआईटी मेसरा से इन्होंने इंजीनियरिग में स्नातक किया है। उनकी सफलता पर घरवालों के साथ साथ ग्रामीणों ने भी खुशी व्यक्त की है। ²ढ़ इच्छाशक्ति से सत्य प्रभाकर ने लक्ष्य पर पाई विजय नावानागर के भटौली गांव के रहने वाले निजी नौकरी में कार्यरत सत्यदेव सिंह के पुत्र सत्य प्रभाकर ने अभावों के बीच अपनी प्रतिभा को निखारा है और ²ढ़ इच्छाशक्ति से बीपीएससी की परीक्षा में 908 वां रैंक पाकर यह साबित कर दिया है कि, प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती। उनकी मां लहसिया देवी बताया कि, उनके पुत्र ने क्षत्रिय स्कूल, आरा से मैट्रिक किया जिसके बाद ए.एन. कॉलेज, पटना से इंटरमीडिएट तथा फिर स्नातक तक की पढ़ाई की वह मैट्रिक से ग्रेजुएशन तक फ‌र्स्ट क्लास से पास होते रहे। सत्य प्रभाकर ने अपनी सफलता का श्रेय दादाजी स्व. परशुराम सिंह, गुरुजनों तथा माता-पिता को दिया है वहीं, उनकी सफलता पर उनके चाचा राम छठी सिंह, शारदा यादव, रवि यादव के साथ-साथ ग्रामीण मुख्तार सिंह, सरदार सिंह कुशवाहा, बृज बिहारी पासवान, केश्वर प्रसाद, मुमताज अली, उदय प्रताप सिंह ने बधाई दी है। गांव की मिट्टी से निकली प्रतिभा अब पंचायतों का रखेगी ख्याल: राजपुर प्रखंड के सेवा निवृत्त शिक्षक मुंशी राम के पुत्र मुकेश कुमार ने पहले ही प्रयास में प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इनकी सफलता पर इन्हें बधाई देते हुए राजपुर प्लस टू उच्च विद्यालय के शिक्षक रामप्रवेश राम ने बताया कि ग्रामीण परिवेश में रहकर मुकेश कुमार ने आज पूर्व उच्च विद्यालय से 2007 में मैट्रिक, एमसी कॉलेज चौसा से 2009 में इंटरमीडिएट और 2015 में स्नातक की पढ़ाई पूरी कर ऑफिसर बनने के लिए प्रयास शुरू कर दिए। अपने सपने को पूरा करने के लिए तैयारी करने को वह दिल्ली चले गए। इसी दौरान उन्होंने बीपीएससी की 64 वीं संयुक्त परीक्षा में भाग लिया। हालांकि, इनके मुताबिक अच्छा रैंक तो नहीं मिला लेकिन, फिलहाल वह पंचायती राज पदाधिकारी के पद पर चयनित कर लिए गए हैं। इनकी सफलता पर परिवार सहित गांव के लोग भी काफी गौरवान्वित है। इनकी मां बेदामी देवी जो कि एक कुशल गृहणी हैं जो अपने बेटे की सफलता पर काफी खुश हैं। उधर मुकेश ने बताया कि वह आगे भी विशेष परीक्षा की तैयारी में लगे रहेंगे। साधारण पृष्ठभूमि से आए राजीव बनेंगे अधिकारी बक्सर के बारी टोला के रहने वाले शनि कुमार के पुत्र राजीव कुमार ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। साधारण पृष्ठभूमि से आए राजीव ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों की प्रेरणा के साथ-साथ कठोर परिश्रम बताया है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति यदि परिश्रम करें तो कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं लगेगा।


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