पति ने थाने में रोते हुए कहा- सुनिए! मैंने पत्नी की ये बात नहीं मानी, उसने दे दी जान
पति ने पत्नी की बात नहीं मानी तो उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पत्नी मोबाइल से अपने भाई से बात करना चाह रही थी और रिचार्ज करने की जिद कर रही थी। पति ने रोते हुए बताया..
बक्सर, जेएनएन। थाने पहुंचकर एक पति ने रोते हुए अपनी व्यथा बतायी और कहा कि उसने अपनी पत्नी की बात नहीं मानी तो वह नाराज हो गई और उसने गुस्से में आकर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
घटना बक्सर जिले के मुरार थाना के नाचाप गांव की है जहां रविवार की रात एक विवाहिता ने गुस्से में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मृतक महिला निराशा देवी स्थानीय गांव के निवासी विजय यादव की पत्नी बताई जा रही है। पति ने बताया कि उसकी पत्नी मृतका निराशा देवी मोबाईल फोन रिचार्ज कराने की बात कह रही थी।
मोबाइल से वह अपने भाई को फोन करने की बात कह रही थी। लेकिन, उन्होंने यह कहते हुए मना किया कि, उनके रहते वह भाई को क्यों फोन करेगी? इसी बात को लेकर गुस्से में विवाहिता ने ऐसा कदम उठा लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक मुरार थाना क्षेत्र के नाचाप गांव में घटना की सूचना मिलते ही मुरार थाना प्रभारी मनोज पाठक सदलबल घटनास्थल पर पहुंच गए तथा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बक्सर सदर अस्पताल में भेजते हुए मामले की जांच में जुट गए।
विवाहिता की पहचान नचाप गांव के स्व. भीरुन यादव के पुत्र विजय यादव की पत्नी के निराशा देवी के रूप में हुई है। मृतका की बहन तथा पिता ने ही इस घटना को आत्महत्या करार दिया है। मृतका निराशा देवी के दो पुत्र सुमित कुमार एंव सुजीत कुमार हैं। दोनों पुत्रों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।
घटना के संदर्भ में मृतका निराशा के पिता नंदकिशोर यादव ने बताया कि उनकी बेटी की शादी के 15 साल हो गए हैं। उन्होंने पुलिस को लिखित आवेदन में बताया है कि ससुराल वाले और दामाद बेटी को अच्छे से रखते थे। बेटी ने इस वर्ष छठ भी किया था जिसमें उनकी छोटी बेटी भी शामिल होने वहीं पहुंची थी। सोमवार को सुबह तकरीबन चार बजे के करीब छोटी बेटी उषा कुमारी द्वारा फोन किया गया कि दीदी ने पंखे में साड़ी का फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली है।