यूरिया का आवंटन प्राप्त होते ही बाजार में उमड़ी किसानों की भीड़
बक्सर रबी फसल की बोआई से लेकर अब तक खाद की समस्या झेल रहे अन्नदाता फिलहाल इतना परेश
बक्सर : रबी फसल की बोआई से लेकर अब तक खाद की समस्या झेल रहे अन्नदाता फिलहाल इतना परेशान हो गए हैं, कि फलां बाजार में यूरिया आने की सूचना मिलते ही पूरे दिन लाइन में लगकर किसी तरह खाद लेकर अपनी फसल को बचाने की कोशिश करते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि विभागीय अधिकारी खाद की कमी को देखते हुए किसानों को यूरिया का स्टॉक नहीं करने की नसीहत दे रहे हैं जबकि किसानों का सीधा जवाब है कि यूरिया खाद्य सामग्री तो है नहीं, कोई स्टाक क्यों करेगा। खाद के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे किसानों का कहना है, कि किल्लत के नाम पर जमाखोरी चल रही है।
रात के अंधेरे में दुगना मूल्यों पर किसानों को यूरिया उपलब्ध करा कर दुकानदार हिमायती बन रहे हैं। जबकि विभागीय अधिकारियों को किसानों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं रह गया है। फिलहाल किसानों के खेतों में फसल को नाइट्रोजन की दरकार है और पूरे इलाके में यूरिया के लिए हाहाकार है। अन्नदाता उर्वरक दुकानों के सामने कोरोना गाइडलाइन को दरकिनार कर लंबी कतार लगाने को विवश हैं। हालत यह है कि खाद के लिए रात में ही कतार लग जाती है। पिछले दो दिनों से इलाके में यूरिया का स्टॉक आने की सूचना मिलने के बाद किसानों में अफरा-तफरी का माहौल है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी कृष्ण मोहन चौधरी ने बताया कि यूरिया खाद का आवंटन शुरू हो चुका है। बहुत जल्द कुछ अन्य कंपनियों की यूरिया खाद आने वाली है। ऐसे में उम्मीद है कि किसानों की समस्या का समाधान बहुत जल्द हो सकेगा।
क्या कहते हैं किसान
किसान रमेश सिंह यादव, राज नारायण पाठक, वीरेंद्र सिंह, दशरथ महतो, दीप नारायण तिवारी, बबन यादव, बड़क तिवारी और लक्ष्मण यादव सहित कई किसानों ने बताया कि गेहूं की बुआई के दौरान डीएपी की किल्लत के बाद अब किसानों को यूरिया के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही हैं। अब गेहूं फसल में यूरिया डालने की बारी आई तो किल्लत बता कर दुकानदार किसानों का शोषण कर रहे हैं।
कृषि मंत्री के गांव में खाद की किल्लत, डीएम को लिखा पत्र
बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह के पैतृक गांव चौगाईं और आसपास के इलाके में रहने वाले किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। किसानों का आरोप है कि हर रात के अंधेरे में उर्वरक दुकानदारों के द्वारा दुगने मूल्यों पर यूरिया की बिक्री की जाती है। जन शक्ति संगठन के रविद्र सिंह शाहाबादी और नंदलाल पंडित ने इस गंभीर मामले में जिलाधिकारी को पत्र भेजकर ध्यान आकृष्ट कराया है।