17 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगी आशा कार्यकर्ता
बक्सर आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर 17 फरवरी से आशा एवं आशा फैसिलिटेटर अनिश्चित
बक्सर : आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर 17 फरवरी से आशा एवं आशा फैसिलिटेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगी। इसके अलावा 23 एवं 24 फरवरी को ठेका, आउटसोर्सिंग आदि को समाप्त करने तथा महंगाई पर रोक लगाने की मांग को लेकर दो दिनों का राष्ट्रव्यापी हड़ताल किया जाएगा। बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ तथा उससे संबंधित आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ, ममता एवं कुरियर संघ का संयुक्त कन्वेंशन में ये बातें वक्ताओं ने कही।
बुधवार को पुराना सदर अस्पताल परिसर में आयोजित कन्वेंशन का उद्घाटन बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह, राज्य अध्यक्ष अरुण कुमार ओझा एवं जिला मंत्री आनंद कुमार सिंह ने किया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महामंत्री ने बिहार सरकार पर आशा कार्यकर्ताओं के साथ किए गए समझौतों को लागू करने में आनाकानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मानदेय के बजाय 1000 रुपये पारितोषिक की राशि का भुगतान भी उन्हें नहीं किया जा रहा है। महामंत्री ने सिविल सर्जन पर आरोप लगाते हुए 22 जनवरी को उन्हें मांगपत्र सौंपने तथा 17 फरवरी से आशा कार्यकर्ताओं के अनिश्चितकालीन हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया। सभी कर्मचारियों को पुराना पेंशन, ठेका, संविदा तथा आउटसोर्सिंग को समाप्त कर स्थाई नौकरी देने, महंगाई पर रोक लगाने, सार्वजनिक उपक्रमों की बिक्री पर रोक लगाने, स्कीम वर्कर, आशा, ममता, कोरियर को न्यूनतम वैधानिक मजदूरी 1000 रुपये का भुगतान करने की मांग की। इसके अलावा किसानों को उनके उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सी प्लस टू के आधार पर कानूनी दर्जा देने, विद्युत अधिनियम को वापस लेने की मांग की गई। कार्यक्रम को लालबाबू राम, विनोद श्रीवास्तव, महावीर पंडित, मनोज चौधरी, कुंदन झा, नीतू कुमारी आदि ने संबोधित किया।