Move to Jagran APP

हत्या के विरोध में आक्रोशित स्वजनों ने एनएच 84 जाम कर काटा बवाल

बक्सर मुरार थाना क्षेत्र के मनपा गांव में शुभम कुमार पांडे नामक युवक की हुई हत्या से आक

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 09:27 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 09:27 PM (IST)
हत्या के विरोध में आक्रोशित स्वजनों ने एनएच 84 जाम कर काटा बवाल
हत्या के विरोध में आक्रोशित स्वजनों ने एनएच 84 जाम कर काटा बवाल

बक्सर : मुरार थाना क्षेत्र के मनपा गांव में शुभम कुमार पांडे नामक युवक की हुई हत्या से आक्रोशित स्वजनों ने गुरुवार को ब्रह्मपुर चौरास्ता पर शव रखकर एनएच 84 को घंटो जाम किए रखा। शव के पास महिलाओं के करूण क्रंदन से वातावरण गमगीन था और आक्रोशित लोग पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे थे।बगेन थाना क्षेत्र के पोखरहां गांव निवासी वैजनाथ पांडे के 15 वर्षीय पुत्र शुभम कुमार पांडे को मुरार थाना के मनपा गांव में बुधवार की देर शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। उस समय शुभम वहां अपनी पोकलेन मशीन चलवा रहा था।

loksabha election banner

घटना के बाद स्वजन शव उठा कर अपने गांव चले आए हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस के अधिकारी गांव पहुंचे लेकिन, स्वजनों ने पोस्टमार्टम के लिए शव उठाने नहीं दिया। इस दौरान पुलिस को ग्रामीणों और परिवार के भारी विरोध का सामना भी करना पड़ा। इस दौरान कई थानों की पुलिस सारी रात गांव में कैंप करती रही। सुबह होते ही गुरुवार को आक्रोशित स्वजनों तथा ग्रामीणों ने सुबह सात बजे ही शव के साथ एनएच 84 पर ब्रह्मापुर चौरास्ता को जाम कर दिया। शव के साथ विलाप करती हुई महिलाओं के करुण क्रंदन से पूरा माहौल गमगीन हो गया। घटना से आक्रोशित स्वजन पुलिस प्रशासन पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर रहे थे। इस बीच सड़क जाम की सूचना मिलते ही मौके पर ब्रह्मापुर, कृष्णा ब्रह्म, बगेन, मुरार सहित कई थानों की पुलिस पहुंच गई, जिसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ सत्येंद्र पाराशर, थानाध्यक्ष निर्मल कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर विमल दास भी मौजूद थे। डुमरांव अनुमंडल अधिकारी हरेंद्र राम, एसडीपीओ केके सिंह के काफी समझाने बुझाने पर 3 घंटे के बाद जाम समाप्त हुआ और वहीं से शव को पोस्टमार्टम के लिए बक्सर भेज दिया गया। पुलिस को झेलना पड़ा भारी विरोध

बुधवार की रात पोखरहां गांव में पहुंचे पुलिस के अधिकारियों को ग्रामीणों का भारी आक्रोश झेलना पड़ा। गांव में युवक शुभम कुमार पांडे का शव आते ही पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह, एसडीपीओ के के सिंह सहित कई थानों की पुलिस पहुंची। लेकिन पुलिस के आते ही स्वजनों का गुस्सा फूट पड़ा। इस दौरान घरवाले पुलिस पर हमलावरों का साथ देने और सूचना के बाद भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा रहे थे। स्थिति यह थी कि उनके आक्रोश को देखते हुए गांव पहुंचे पुलिस अधीक्षक को बैरंग ही लौट जाना पड़ा। लेकिन गांव में विधि व्यवस्था कायम रखने के लिए कई थानों की पुलिस रात भर कैम्प करती रही। पुलिस को सूचना के बाद भी युवक की हुई हत्या

हत्याकांड के फरार अभियुक्तों के आने और जानमाल पर खतरे की संभावना व्यक्त करते हुए मृतक शुभम के घरवालों ने 8 जून को ही पुलिस को सूचना दे दी थी। मृतक के बड़े भाई छोटक पांडे ने बताया कि हत्याकांड और गोलीबारी के फरार अभियुक्तों के संबंध में पुलिस को पहले ही सूचना देने के बावजूद पुलिस महज झूठे आश्वासन देती रही और आरोपितों के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। इधर पुलिस को सूचना देने के कुछ ही घंटे बाद फरार अभियुक्तों ने उनके छोटे भाई शुभम कुमार पाण्डेय की गोली मारकर हत्या कर दी। उन लोगों का पुलिस प्रशासन पर से विश्वास उठ गया है क्योंकि, हमलावर खुलेआम कई दिनों से चेतावनी दे रहे थे और गांव में भी आ जा रहे थे। बावजूद इसके पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। लॉकडाउन में शुभम घर आया था

मृतक शुभम कुमार पांडे पटना के इंटरनेशनल हाई स्कूल में मैट्रिक का छात्र था और वही रहकर पढ़ाई भी करता था। वह काफी होनहार युवक था और लॉकडाउन में अपने गांव आया था। घटना के दिन अपने बड़े भाई और पोकलेन चालक का खाना लेकर मनपा गया हुआ था। वहीं पर हमलावरों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। उसे 3 गोली मारी गई और स्वजनों द्वारा अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। पुलिस कैंप हटने के बाद दूसरी बार हुई हत्या

गांव में श्रीकांत पांडे और बैजनाथ पांडे के बीच लगभग 50 एकड़ जमीन को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चल रहा है। बताया जाता है कि इस भूमि विवाद के कारण अब तक दोनों पक्ष के लगभग आधा दर्जन लोगों की हत्या हो चुकी है, उसके बाद भी हिसक टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है। गांव में लगातार हो रही हिसक झड़प को देखते हुए पुलिस कैंप स्थापित किया गया था। छोटक पांडेय का कहना है कि पिछले साल पुलिस कैंप हटा दिए जाने के बाद 20 अगस्त 2020 को उनके चाचा नंदू पांडे की दिनदहाड़े गोली मारकर गांव में हत्या कर दी गई। इस घटना में सात लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई। तत्काल एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई, जबकि अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी का पुलिस ने कोई प्रयास तक नहीं किया। आखिरकार मामले में फरार अभियुक्तों ने उनके छोटे भाई की भी हत्या कर दी। फिलहाल लॉकडाउन शुरू होते ही गांव से पुलिस कैंप हटा दिया गया। जाम हटने के बाद अधिकारियों ने फिर से गांव में पुलिस कैंप रखने का आश्वासन दिया है।

----------------------

भूमि विवाद के कारण ही युवक की गोली मारकर हत्या की गई है। स्वजनों के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। इस हत्याकांड में शामिल अपराधियों को शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा। गांव में विधि व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस कैंप कर रही है।

केके सिंह, एसडीपीओ, डुमरांव।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.