नगर परिषद में भ्रष्टाचार की जांच करने पहुंचे एडीएम, कर्मियों में मची खलबली
बक्सर। भ्रष्टाचार तथा अनियमितता के गंभीर आरोपों से जूझ रही डुमरांव नगर परिषद के मामले को एक बार फिर से एडीएम पितेश्वर कुमार ने एसडीएम कुमार पंकज के साथ जांच पड़ताल की। एक माह के अंतराल में यह दूसरा मौका है जब दोनों पदाधिकारियों को जांच के सिलसिले में नगर परिषद आना पड़ा है।
बक्सर। भ्रष्टाचार तथा अनियमितता के गंभीर आरोपों से जूझ रही डुमरांव नगर परिषद के मामले को एक बार फिर से एडीएम पितेश्वर कुमार ने एसडीएम कुमार पंकज के साथ जांच पड़ताल की। एक माह के अंतराल में यह दूसरा मौका है जब दोनों पदाधिकारियों को जांच के सिलसिले में नगर परिषद आना पड़ा है। गुरुवार को दोनों पदाधिकारी एक बार फिर से डुमरांव पहुंचे तथा अंचल कार्यालय में बैठकर नगर परिषद के प्रधान सहायक दुर्गेश कुमार सिंह से लेकर विभिन्न कागजातों की जांच पड़ताल की।
एडीएमके इस दौरे की डुमरांव नगर परिषद में पूरे दिन चर्चा होते रही। एडीएम के अचानक डुमरांव पहुंचने की खबर मिलते ही नगर परिषद में एक बार फिर से खलबली मच गई। अकाउंटेंट उत्तम कुमार के अलावा नगर परिषद के तमाम कर्मी के चेहरे इस बात की गवाही दे रहे थे कि समस्या बेहद गंभीर है। बताया जाता है कि एडीएम ने उन कागजातों का अवलोकन किया जिसमें नगर परिषद के वार्ड संख्या 25 के पार्षद हरिशंकर ततवा द्वारा फर्जी हस्ताक्षर करने का गंभीर आरोप लगाया गया है। इससे पूर्व एडीएम और एसडीएम द्वारा नगर परिषद में कथित रूप से नियम विरुद्ध भारी मात्रा में डस्टबिन और ट्रैक्टर की खरीद के अलावा नगरपालिका अधिनियम के विपरीत काम करने के आरोपों की जांच कर चुके हैं। नगर परिषद के पूर्व मुख्य पार्षद मोहन मिश्र का कहना है कि हाईकोर्ट में दायर विभिन्न मामलों के विरुद्ध प्रधान सचिव द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में जांच प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि डुमरांव नगर परिषद में दरभंगा और सासाराम नगर परिषद की तरह भ्रष्टाचार के गंभीर मामले सामने आएंगे। उन्होंने बताया है कि जांच प्रक्रिया शुरू होते हैं भ्रष्टाचारियों की बेचैनी बढ़ने लगी है। उधर इस जांच के आलोक में कई दफे संपर्क करने के बाद भी एडीएम पितेश्वर कुमार ने फोन रिसीव नहीं किया। जिसके चलते उनका पक्ष हासिल नहीं हो सका।