सड़कों पर जगह-जगह जलजमाव, कई घरों में घुसा पानी
विगत दो दिनों से हो रही रुक-रुककर तेज बारिश ने शहर की सड़क गली नए मुहल्ले-टोले और कई सरकारी कार्यालय परिसर की सूरत बिगाड़ दी है।
आरा। विगत दो दिनों से हो रही रुक-रुककर तेज बारिश ने शहर की सड़क, गली, नए मुहल्ले-टोले और कई सरकारी कार्यालय परिसर की सूरत बिगाड़ दी है। जगह-जगह सड़कों पर जलजमाव, सदर अस्पताल, सदर प्रखंड कार्यालय और विश्वविद्यालय परिसर में बाढ़ जैसा नजारा उत्पन्न हो गया है। शहर के पटेल बस स्टैंड, गोढ़ना रोड, बिहारी मिल, धोबीघटवा, बाजार समिति, न्यू पुलिस लाइन रोड, चंदवा मोड़, पकड़ी चौक-गैस एजेंसी रोड, मौलाबाग, ब्लॉक रोड, पितंबरा माई रोड, नवादा स्टेशन रोड, करमनटोला-मठिया मोड़, सदर अस्पताल रोड और अबरपुल के इर्द-गिर्द के गलियां आदि में जलजमाव से पहले से जूझ रहे लोगों की परेशानी और अधिक बढ़ गई है। शहर के अधिकतर नाले बजबजा रहे है। कई नाले का गंदा पानी सड़कों पर कई दिनों से बह रहा है। जिससे गोढ़ना रोड स्थित कई घर, गोदाम और दुकानों में सड़क पर जलजमाव का गंदा पानी प्रवेश कर गया है। जिससे लोगों के घर-गोदाम में रखे निर्माण कार्य के लिए सीमेंट और गोदामों में रखे सैकड़ों बोरे खाद बर्बाद हो रहे। सड़कों पर पैदल चलना मुश्किल हो गया है। सड़कों पर राहगीरों को वाहनों के पोचरा से फजीहत होना पड़ रहा है।
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नगर निगम प्रशासन की साफ-सफाई व्यवस्था की खुली पोल:
आरा नगर निगम प्रशासन के पास शहर के लगभग साढ़े तीन लाख की आबादी के आवासीय क्षेत्र और सड़क-गलियों की साफ-सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की है। निगम प्रशासन द्वारा नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था भी की जाती है। सड़क-गली से कूड़ा का उठाव और सड़कों पर कूड़े की सफाई के लिए हर दिन निकायकर्मी और सफाई वाहन भी सड़कों पर निकलते है। निगम प्रशासन द्वारा को इसके एवज में शहरवासियों से नियमित टैक्स की वसूली भी कराई जाती है। बताया जाता है कि शहर के सभी बड़े नाले लंबे समय से ब्लॉक पड़े है। शहर के घर-घर से निकलने वाले जल का निकासी की गंभीर संकट का निदान नहीं निकल सका। तीन माह पहले मठिया-करमनटोला और नागरी प्रचारिणी मोड़ स्थित नाले की उड़ाही शुरु कराई गई। मानसून आगमन के पहले यह काम गया होता तो आज नगरवासियों को सड़क से घर-दुकान तक जलजमाव की मुसीबतों से राहत मिलती। दोनों नाले का काम अधूरा ठप पड़ गया है। नाले में लबालब पानी भर गया है। नाले से निकाला गया कचड़े व गंदा पुन: सड़कों पर फैलता जा रहा है। जिससे यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। स्थिति की अद्यतन जानकारी के लिए नगर आयुक्त को कई बार दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, मगर फोन नहीं उठा।
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कहती हैं उप महापौर : नगर निगम के उप महापौर पुष्पा कुशवाहा ने कहा कि एतिहासिक शहर आरा की स्थिति बदतर हो रही है। सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है। क्या हो रहा है, पता नहीं चल पा रहा है। दो दिनों से निगम कार्यालय बंद है। शहर में साफ-सफाई की जिम्मेदारी नगर आयुक्त और महापौर की है। सबसे अधिक नैतिक जिम्मेदारी नगर आयुक्त के जिम्मे है। हम लोग मॉनीटरिग ही कर सकते हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर हम चुप नहीं रहेंगे। बल्कि नगर आयुक्त को इस संबंध में पत्र देकर अद्यतन जानकारी लेंगे।