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कचरा प्रबंधन: तीन माह से खाते में बेकार पड़ी है 2.08 करोड़ की राशि

स्वछ भारत मिशन ग्रामीण तथा लोहिया स्वछ बिहार अभियान के तहत सदर प्रखंड आरा के पांच पंचायतों में कचरा प्रबंधन के लिए 2.08 करोड़ की राशि निर्गत हुए लगभग तीन माह की अवधि बीत चुकी है पर अब तक किसी पंचायत में कचरा प्रबंधन का काम शुरू नहीं हो सका है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jun 2022 11:04 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jun 2022 11:04 PM (IST)
कचरा प्रबंधन: तीन माह से खाते में बेकार पड़ी है 2.08 करोड़ की राशि
कचरा प्रबंधन: तीन माह से खाते में बेकार पड़ी है 2.08 करोड़ की राशि

अरुण प्रसाद, आरा: स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण तथा लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत सदर प्रखंड आरा के पांच पंचायतों में कचरा प्रबंधन के लिए 2.08 करोड़ की राशि निर्गत हुए लगभग तीन माह की अवधि बीत चुकी है, पर अब तक किसी पंचायत में कचरा प्रबंधन का काम शुरू नहीं हो सका है। इस योजना के तहत सुंदरपुर बरजा पंचायत को 42 लाख, इजरी 37 लाख, सनदिया 55 लाख, गोठहुला 42 लाख एवं हसनपुर पंचायत को 32 लाख की राशि उपलब्ध कराई गई है। इन चयनित पंचायतों के सभी वार्डों के लिए एक-एक पैडल ठेला तथा पंचायत स्तर पर एक ई रिक्शा से कचरा का उठाव किया जाना है। ठेला चालकों के साथ एक कचरा संग्रहकर्ता एवं ई रिक्शा के साथ तीन संग्रहकर्ता की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही सभी वार्डों में दो प्रेरक की भी नियुक्ति होगी, जो सभी घरों से कचरा उठाव की व्यवस्था करेंगे। इसके लिए प्रत्येक घर में सूखा एवं गिला कचरा प्रबंधन के लिए दो डस्टविन उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रेरक, ठेला चालक तथा संग्रहकर्ताओं के लिए 1500 से 3000 रुपये मासिक पारिश्रमिक निर्धारित किया गया है। जबकि ई रिक्शा चालक के लिए 3000 से 5000 रुपये मासिक पारिश्रमिक निर्धारित किया गया है। इसके अलावा सभी पंचायतों में एक वेस्ट प्रोसेसिग यूनिट भी बनाई जानी, पर अब तक किसी चयनित पंचायत में इस यूनिट का निर्माण नहीं कराया जा सका है।

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अभियान को मुंह चिढ़ा रहे दीवार पर लिखे नारे

सुंदरपुर बरजा समेत कई पंचायतों में कचरा प्रबंधन का काम शुरू होने से पहले ही अभियान से संबंधित नारे जगह-जगह दीवारों पर लिख दिख गए है, पर नारों के मुताबिक कचरा प्रबंधन के लिए न तो किसी घर में डस्टबिन उललब्ध कराए गए हैं, न ही कचरों के उठाव के लिए ठेला और ई रिक्शा की व्यवस्था हुई है। इस तरह दीवारों पर लिखे ये नारे लोगों के बीच मजाक बन गए हैं। कहीं कहीं सोख-पिट का निर्माण हो गया है, पर अन्य खरीददारियों के अभाव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू नहीं हो सका है। इजरी पंचायत में सोख-पिट और आउटलेट चेंबर के लिए स्टीमेट और कोटेशन भेजने की बात मुखिया प्रतिनिधि ने बताई। जबकि सनदिया पंचायत के मुखिया ने वेस्ट प्रोसेसिग यूनिट के लिए जगह नहीं मिलने का हवाला देते हुए काम शुरू करने से पहले ही हाथ खड़े कर दिए हैं। गोठहुला पंचायत के मुखिया तीन माह बाद काम शुरू करने के लिए तैयार हुए हैं, पर बरसात शुरू होने के डर से काम शुरू नहीं कर पा रहे हैं।

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कहते हैं प्रखंड समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण सह लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के आरा सदर प्रखंड समन्वयक अनिल कुमार ने बताया कि सभी चयनित पंचायतों को कचरा प्रबंधन के लिए निर्धारित राशि उपलब्ध करा दी गई है। वेस्ट प्रोसेसिग यूनिट के लिए जगह मिलते ही कचरा प्रबंधन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अन्य सामग्रियों की खरीददारी शुरू करने के लिए चयनित पंचायतों के प्रत्येक मुखिया से गंभीरता पूर्वक बात की जाएगी। --------

जानें, किस पंचायत को मिली है कितनी राशि पंचायत का नाम राशि सुंदरपुर बरजा 42 लाख

इजरी 37 लाख

सनदिया 55 लाख

गोठहुला 42 लाख

हसनपुरा 32 लाख

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