आरा में अस्पताल के वार्ड निर्माण से लेकर आक्सीजन पाइप लाइन बिछाने का चल रहा काम
आरा। देश में तीसरी लहर आने की आशंका जतायी जा रही है। कहा जा रहा है कि अगस्त के अंत तक तीसरी लहर आ सकती है। सरकार की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है।
आरा। देश में तीसरी लहर आने की आशंका जतायी जा रही है। कहा जा रहा है कि अगस्त के अंत तक तीसरी लहर आ सकती है। सरकार की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है। हालांकि, भोजपुर जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में तैयारियों की पड़ताल करने पर पता चला कि तैयारी अभी मंद गति से चल रही है। दूसरी लहर में बेड, आक्सीजन सिलिडर, आक्सीजन पाइप लाइन को लेकर जो परेशानियां लोगों को झेलनी पड़ी थी, उसी को देखते हुए काम जरूर शुरू किया गया है, लेकिन, यह काम तेज गति नहीं पकड़ पा रहा है। यही वजह है कि तीसरी लहर की आशंका सिर पर आने के बावजूद अभी वार्डों के निर्माण से लेकर आक्सीजन पाइप लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। संभावना जतायी जा रही कि वार्डों का निर्माण अगस्त माह के पहले पखवारे तक पूरा कर लिया जाएगा।
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जीएनएम स्कूल को दिया जा रहा कोविड वार्ड का रूप
सदर अस्पताल में वर्तमान में केवल 175 बेड है। पिछले कोरोना में इमरजेंसी से लेकर कोविड वार्ड तक बेडों की कमी खली थी। इमरजेंसी में फर्श पर लिटाकर लोगों का इलाज हो रहा था। विभागीय सूत्रों की मानें तो अस्पताल में जीनएम स्कूल का निर्माण हो रहा है। उसी स्कूल के ग्राउंड फ्लोर पर तीन बड़े-बड़े हाल को कोविड वार्ड के रूप में विकसित किया जा रहा है। आक्सीजन पाइप लाइन भी बिछाया जा रहा है। एक वार्ड में आक्सीजन पाइप लाइन का काम लगभग पूरा हो गया है। जबकि, दो अन्य वार्डों का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। अगस्त माह के पहले पखवारे तक कार्य पूर्ण होने की संभावना जतायी जा रही है। कुल 100 बेड का वार्ड बनाने की तैयारी चल रही है। वर्तमान में आक्सीजन पाइप लाइन बिछे 50 बेड ही है। जिसमें 30 कोविड एवं 10 इमरजेंसी एवं 10 आइसीयू वार्ड शामिल है।
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आक्सीजन प्लांट का भी हो रहा निर्माण
अस्पताल परिसर में आक्सीजन प्लांट के लिए भवन का निर्माण भी जोर शोर से चल रहा है। यह प्लांट एसीएमओ कार्यालय के ठीक बगल में बनाया जा रहा है। नया विद्युत ट्रांसफर्मर के साथ-साथ आटोमेटिक जेनरेटर की भी व्यवस्था की गई है। बता दें कि इन दिनों सदर अस्पताल के कोविड वार्ड में कोरोना से संबंधित भर्ती मरीजों की संख्या शून्य है।
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पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलेंडर से लेकर कंस्ट्रेटर उपलब्ध होने का दावा अगर अस्पताल सूत्रों की मानें तो 170 की संख्या में आक्सीजन सिलिडर उपलब्ध है, जिसमें से 100 सिलिडर को पूरी तरह से सुरक्षित रखा गया है। इसके अलावा अस्पताल में 160 आक्सीजन कंस्ट्रेटर भी उपलब्ध है, जिसमें 100 कंस्ट्रेटर को सुरक्षित रखा गया है। उपलब्ध 160 कंस्ट्रेटर में से 60 स्थानीय सांसद आरके सिंह के सहयोग से अस्पताल को उपलब्ध कराया गया था। अस्पताल में फिलहाल 170 बेड है। 100 बेड नए वार्ड के लिए सुरक्षित रखने का दावा किया जा रहा है।
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सदर अस्पताल में वर्तमान बेडों की स्थिति
इमरजेंसी कक्ष -10
एक्सटेंसन वार्ड-10
नशा मुक्ति वार्ड-10
मेडिकल वार्ड -20
कोविड वार्ड -30
सर्जिकल वार्ड -22
आईसीयू वार्ड 10
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दूसरी लहर में किन-किन संसाधनों की खली थी कमी
- इमरजेंसी कक्ष में बेड
- आक्सीजन सिलेंडर
- बेडों पर आक्सीजन पाइप लाइन
- आक्सीजन फ्लो मीटर
- आक्सीजन युक्त एंबुलेंस
- आइसीयू वार्ड
- वेंटिलेटर बेड
- आक्सी मीटर
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सुधार की दिशा में क्या-क्या उठाए जाने चाहिए कदम
-- इमरजेंसी कक्ष से लेकर कोविड वार्ड तक बेडों की संख्या बढ़नी चाहिए
- आक्सीजन सिलेंडर की संख्या में बढ़ोतरी होनी चाहिए
- इमरजेंसी से लेकर सभी वार्डों के बेडों पर आक्सीजन पाइप लाइन की व्यवस्था होनी चाहिए
- आक्सीजन फ्लो मीटर पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए
- आक्सीजन युक्त एंबुलेंस की संख्या बढ़नी चाहिए
- आइसीयू वार्ड में बेडों की संख्या बढ़नी चाहिए
-वेंटिलेटर बेड की संख्या में भी बढ़ोतरी होनी चाहिए
- आक्सी मीटर की संख्या बढ़नी चाहिए
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10 दिनों के अंदर नए वार्ड का निर्माण एवं आक्सीजन पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। अभी एक वार्ड में आक्सीजन पाइप लाइन का काम पूर्ण हो गया है। दो और वार्डों में अभी काम चल रहा है।
कौशल कुमार दूबे, स्वास्थ्य प्रबंधक, सदर अस्पताल,आरा