बालू घाट दोहरे हत्याकांड में तीन गिरफ्तार
आरा/कोईलवर भोजपुर जिले के कोईलवर थाना के राजापुर-कमालूचक दियारा क्षेत्र के बालू घाट पर खनन व परिवहन को लेकर उपजे विवाद में दो लोगों संजीत व दुर्गेश की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरा/कोईलवर : भोजपुर जिले के कोईलवर थाना के राजापुर-कमालूचक दियारा क्षेत्र के बालू घाट पर खनन व परिवहन को लेकर उपजे विवाद में दो लोगों संजीत व दुर्गेश की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही सात अन्य संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जबकि ,अन्य की गिरफ्तारी को छापेमारी जारी है। एसपी विनय तिवारी ने इसकी पुष्टि की है।
इस मामले में अब तक कोईलवर के पचरूखिया निवासी रामाशंकर बिद, गुपुत बिद व योगेंद्र बिद को गिरफ्तार किया है। सभी पांडेय गैंग से जुड़े बताए जाते है। मृतक संजीत की पत्नी के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में करीब 26 नामजद व 30-35 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। इसमें जेल में बंद सत्येन्द्र पांडेय के एक बेटा व भतीजा का भी नाम शामिल हैं । दोनों की गिरफ्तारी के लिए एसपी विनय तिवारी ने एसआईटी का भी गठन किया है। हालांकि, घटना के 48 घंटे गुजरने के बाद भी मुख्य आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है। वैसे ,पुलिस कप्तान ने कहा है कि सात दिनों के अंदर सरेंडर नहीं करने पर वांछितों की कुर्की जब्ती की जाएगी। वैसे ,पुलिस गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी अभियान चलाने का दावा कर रही है।
पुलिस की ओर से भी दर्ज की गई प्राथमिकी
दूसरी प्राथमिकी पुलिस की ओर से दर्ज की गई है। जिसमें दो पक्षों के करीब 28 लोगों को नामजद व 30-35 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। जिसमें सत्येंद्र पांडेय और विदेशी यादव गुट के लोगों को आरोपी बनाया गया है। अज्ञात लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। इधर, एसपी विनय तिवारी ने कहा कि हत्या में अभी तक तीन आरोपित पकड़े गए हैं। पचरूखिया , मानचक व सेमरा समेत अन्य जगहों पर छापेमारी चल रही है। गिरफ्तारी के लिए टीम लगी हुई है। आरा से भी कुछ रंगदार किस्म के लोग हरवे-हथियार के साथ वहां गए थे। जिन्हें भी आरोपी बनाए जाने की सूचना है। सरेंडर नहीं करने पर बहुत जल्द कुर्की की जाएगी।
कमालुचक बालू घाट पर सुरक्षा के लिए दी गई थी अर्जी
ठीकेदार बिपिन कुमार चौधरी ने कहा है कि उन लोगों ने कमालुचक बालू घाट पर अवैध खनन रोकवाने और पुपुलिस बंदोबस्ती के लिए खनन एवं भूतत्व मंत्री को एक अर्जी दी थी। इसके अलावा स्थानीय थाना को भी अवगत कराया गया था। बालू घाट का टेंडर हुआ था। घाट का परवाना पचरूखिया निवासी बैजनाथ यादव के नाम से है। वे लोग साथ में पार्टनर हैं। पिछले 21 जनवरी को जिस दिन घाट का पूजा होना था, उस दिन उम्मीद थी कि सरकारी कार्य व्यवधान डालने के उद्देश्य अवैध खनन करने वाले सत्येंद्र पांडे उर्फ लंगर जो अभी जेल में है ,उसके बेटे लोग हमला कर सकते हैं ।
जिस दिन घटना हुई थी उस दिन वे लोग घाट का पूजा करने गए थे। लोग काफी देर तक पुलिस का इंतजार करते रहे। लेकिन, कोई नहीं आया। इस दौरान हथियारबंद अवैध खनन माफियाओं ने उन लोगों पर अंधाधुंध गोलियां से हमला कर दिया । जिसमें दो लोग मारे गए। कई लोग जान बचाकर भागे। टेंडर के अनुसार उनके घाट की बंदोबस्ती सेमरा मखदुमपुर से लेकर कमालुचक तक हुई है। अवैध खनन करने वाले रोड़ा पैदा कर रहे है।
पुलिस को नहीं दी गई थी बालू घाट पर जाने सूचना : एसपी
इधर, एसपी विनय तिवारी ने कि जिस दिन कमालुचक घाट पर गोलीबारी हुई थी उस दिन घाट का पूजा करने जाने की कोई सूचना थाने को नहीं दी गई थी। उस दिन पुलिस की टीम महादेवचक की ओर ही छापेमारी कर रही थी। अगर इस तरह की सूचना उनके या थाने के स्तर पर रहती तो जरूर पुलिस की बंदोबस्ती की जाती। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी ठीकेदार को सरकारी घाट पर खनन में परेशानी हो तो वह उन्हें संपर्क कर सकता है। पर्याप्त सुरक्षा दी जाएगी। सरकारी खनन में बाधा डालने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।