आरा से बलिया के बीच होंगे छह स्टेशन और दो हाल्ट, नैनीजोर में पुल
अगले बजट में भोजपुर वासियों को केंद्र सरकार बड़ा तोहफा देने की तैयारी कर रही है। आरा से बलिया को रेल लाइन से जोड़ने का दशकों पुराना सपना साकार हो सकता है।
जागरण संवाददाता, आरा : अगले बजट में भोजपुर वासियों को केंद्र सरकार बड़ा तोहफा देने की तैयारी कर रही है। आरा से बलिया को रेल लाइन से जोड़ने का दशकों पुराना सपना साकार हो सकता है। बिहार और यूपी के दो प्रमुख जिले आरा-बलिया और बलिया को रेल से जोड़ने का सर्वे कार्य पूरा कर लिया गया है। दोनों स्टेशनों के बीच छह स्टेशन और दो हाल्ट होंगे। बक्सर जिले के नैनीजोर से रेलवे लाइन गंगा पुल को पार कर बिहार में प्रवेश करेगी। बक्सर और बलिया को छोड़ छह रेलवे स्टेशन और दो हाल्ट बीच में होंगे।
दोनों स्टेशनों के बीच 61.69 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछेगी। वहीं, वर्तमान में आरा के पश्चिम में जगजीवन हाल्ट को जंक्शन में अपग्रेड किया जाएगा। प्राथमिक सर्वे रिपोर्ट स्वीकार होने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने का आदेश जारी किया गया है। रेलवे लाइन आरा जंक्शन से -जगजीवन हाल्ट होते हुए मसाढ़, धमार, उमरावगंज, धमवल, नैनीजोर, कृपालपुर, सोहिलपुर के रास्ते बलिया पहुंचेगी। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार आरा से जगजीवन हाल्ट होते हुए मसाढ़ हाल्ट के बाद धमार और उमरांव गंज स्टेशन आएंगे। इसके बाद धामवल हाल्ट और नैनीजोर स्टेशन होगा। यहीं से लाइन गंगा नदी पार कर बलिया में प्रवेश करेगी यूपी में पहला स्टेशन कृपालपुर होगा। नैनीजोर और कृपालपुर स्टेशन के बीच की दूरी लगभग साढ़े तीन किलोमीटर होगी और इसी के बीच गंगा नदी पर रेल पुल प्रस्तावित है। सर्वे के अनुसार इसके बाद सोहिलपुर स्टेशन और बलिया स्टेशन आएगा। प्राथमिक सर्वे कार्य पूरा होने के बाद बलिया के सांसद बीरेंद्र सिंह मस्त ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल लाइन परियोजना पर जल्द काम शुरू कराने का आग्रह किया है। जिसके बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर काम जल्द आगे बढ़ने की उम्मीद है। डीपीआर में ही परियोजना लागत का खुलासा होगा।
पूर्वांचल और भोजपुर के साथ दियारांचल का होगा विकास
सर्वे में रेलवे लाइन का जो रूट तैयार किया जा रहा है, वह पूर्वांचल और भोजपुर के अति पिछड़े इलाके के लिए विकास की रोशनी लेकर आएगा। बक्सर जिले का नैनीजोर और बलिया का कृपालपुर इलाका खांटी दियारा का इलाका माना जाता है। परिवहन सुविधा कम होने के कारण क्षेत्र का अपेक्षित विकास भी नहीं हुआ है। आरा-बलिया रेलवे लाइन धरातल पर उतरने के बाद इस क्षेत्र के लोगों के लिए परिवहन सुगम होगा और आरा एवं बलिया के साथ बक्सर के पिछड़े क्षेत्र में विकास के साथ रोजगार के अवसर पैदा होंगे।