राम का चरित्र ही रामचरित्र मानस
मारूतनंदन सेवा समिति के तत्वावधान में रमना मैदान स्थित महावीर मंदिर परिसर में नौ दिवसीय 40वां रामायण सम्मेलन एवं भागवत कथा शुभारंभ हुआ।
आरा। मारूतनंदन सेवा समिति के तत्वावधान में रमना मैदान स्थित महावीर मंदिर परिसर में नौ दिवसीय 40वां रामायण सम्मेलन एवं भागवत कथा शुभारंभ हुआ। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अमरेन्द्र पति त्रिपाठी ने दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर ¨वध्याचल से पधारे राम कथा वाचक स्वामी कृष्णानंद जी महाराज ने कहा कि राम का चरित्र ही रामचरित्र मानस है। राम शब्द का मतलब अपवित्र को पवित्र करना है। इस अवसर पर प्रमुख लोगों में अपर न्यायिक दण्डाधिकारी रमेश चन्द द्विवेदी, न्यायिक दण्डाधिकारी त्रिभुवन यादव, मौर्या लोक के प्रबंधक बी.डी.¨सह थे। आयोजन से जुड़े लोगों में संयोजक सरदार विरेन्द्र ¨सह, अध्यक्ष राम सुरेश ¨सह, सचिव इन्द्रजीत मिश्रा, मीडिया प्रभारी मुक्तेश्वर उपाध्याय, डॉ.सत्यनारायण उपाध्याय, संजय राय, उधम ¨सह, कवि नंदकिशोर कमल, कुमुद दूबे, बब्लू ¨सह, कमलेश दूबे आदि मौजूद थे।