भोजपुर में किसान बिल के विरोध में प्रखंड मुख्यालयों पर प्रदर्शन
केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में दिल्ली जा रहे किसानों पर दमनात्मक कार्रवाई के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा और भाकपा माले ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को जिले के विभिन्न जगहों पर धरना दिया।
आरा। केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में दिल्ली जा रहे किसानों पर दमनात्मक कार्रवाई के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा और भाकपा माले ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को जिले के विभिन्न जगहों पर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने कृषि बिल वापस लेने, सरकारी संस्थानों का निजीकरण बंद करने और दिल्ली जा रहे किसानों पर दमनात्मक करवाई के विरोध में नारेबाजी करते हुए एकदिवसीय धरना दिया। पीरो प्रखंड कार्यालय के समक्ष कार्यकर्ताओं ने अपनी आठ सूत्री मांगों के समर्थन में धरना दिया। इस मौके परा वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों के सभी संसाधनों को निजी हाथों में बेचकर गुलाम बनाना चाहती है। देश मे पहली बार ऐसी सरकार आयी है, जो लगातार एक के बाद एक किसान, मजदूर, छात्र और बेरोजगारों के विरुद्ध बिल पारित करती आई है। उन्होंने सरकार के किसान विरोधी नीतियों को वापस लेने की मांग की। सभा को पूर्व विधायक चंद्रदीप सिंह, संजय कुमार, मनीर आलम, दुदुन सिंह, दिनेश्वर राम बटेश्वर सिंह, राम बचन राम, शंकर सिंह, महामाया सिंह, अरुण कुमार सिंह, सन्नी पासवान, विनोद निराला समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया। धरना के बाद अभाकिस और भाकपा माले के एक प्रतिनिधिमंडल ने पीरो बीडीओ को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। सहार से संवाद सूत्र के अनुसार, अखिल भारतीय किसान सभा व माले के द्वारा शुक्रवार को किसानों व मजदूरों की समस्याओं को लेकर प्रखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता माले के अंचल सचिव उपेंद्र भारती ने की। संचालन अखिल भारतीय किसान सभा के नेता राम किशोर राय ने की। वक्ताओं ने केंद्र व राज्य सरकार की गरीब विरोधी नीतियों के चलते किसान व मजदूर काफी बेहाल है। किसानों के धान खरीदने के लिए यथाशीघ्र क्रय केंद्र खोलने की मांग की गई। किसानों के धान समर्थन मूल्य पर खरीदने में देरी से किसान मा बटाईदार किसान काफी चितित है। वक्ताओं में राय किशोर राय, मदन सिंह उपेंद्र भारती, लालजी राम रामदत्त राम, विजय भारती, मोहम्मद मुबीन, पृथ्वीनाथ पासवान, मोहम्मद शहजाद आदि थे।