Move to Jagran APP

नागालैंड से आ‌र्म्स लाइसेंस लेने वाले आरा व बिक्रमगंज के 100 लोग पुलिस के रडार पर

भोजपुर। नागालैंड से आ‌र्म्स लाइसेंस दिलाने वाले मास्टर माइंड चन्द्रभूषण दुबे की गिरफ्तारी के बाद

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jun 2018 11:40 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jun 2018 11:40 PM (IST)
नागालैंड से आ‌र्म्स लाइसेंस लेने वाले आरा व बिक्रमगंज के 100  लोग पुलिस के रडार पर
नागालैंड से आ‌र्म्स लाइसेंस लेने वाले आरा व बिक्रमगंज के 100 लोग पुलिस के रडार पर

भोजपुर।

loksabha election banner

नागालैंड से आ‌र्म्स लाइसेंस दिलाने वाले मास्टर माइंड चन्द्रभूषण दुबे की गिरफ्तारी के बाद धीरे-धीर कई तरह के राज खुलकर सामने आने लगा है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए बिक्रमगंज, रोहतास के चन्द्रभूषण दुबे ने पूछताछ में यह स्वीकार किया हैं कि उसने आरा एवं बिक्रमगंज के कई लोगों को लाइसेंस दिलाए है। पुलिस के पास करीब सौ से अधिक लोगों के नाम सामने आ गए है। एफआईआर में आरा के मौलाबाग के संतोष के अलावा बिक्रमगंज के घनश्याम ¨सह एवं राजकुमार ¨सह के नाम का भी जिक्र है। स्वीकारोक्ति बयान में उसने उन लोगों के भी नाम बताए हैं,जिन्हें उसने पैसे लेकर पिस्टल एवं रायफल का लाइसेंस उपलब्ध कराया था। एफआईआर में भी प्रति लाइसेंस डेढ़ लाख रूपये लिए जाने का जिक्र है। इस दौरान पकड़े गए आरोपित को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने उसके पास से केनरा समेत अलग-अलग बैंकों के बारह पासबुक भी जब्त किया है। सनद हो कि दो रोज पहले भोजपुर एसपी अवकाश कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि नागालैंड से फर्जी आ‌र्म्स लाइसेंस बनाने का धंधा चल रहा है। पुलिस को यह भी सूचना मिली थी कि गैंग का एक सदस्य आरा आने वाला है। जिसके आधार पर जगदीशपुर एएसपी डॉ मंजीत, सदर एसडीपीओ पंकज कुमार,एएसपी अभियान नितिन कुमार के संयुक्त नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन कर त्रिभुवानी कोठी के पास छापेमारी की गयी थी। जिसके बाद चन्द्रभूषण दूबे को धर दबोचा गया था। पुलिस के अनुसार पकड़े गए चन्द्र भूषण दूबे ने पूछताछ के दौरान उसने अपने तीन अन्य साथियों विपुल, संतोष एवं सेराज के भी नाम बताए है। जिन पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। भोजपुर एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि उनके पास सौ से अधिक लाइसेंसधारियों की लिस्ट है। जिनके बारे में सत्यापन चल रहा है। छापेमारी भी होगी।

-------

दीमापुर का सेराज करता था अफसरों से से¨टग

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार चन्द्र भूषण दुबे ने पूछताछ में पुलिस को यह भी जानकारी दी हैं कि नागालैंड के दीमापुर का एजेंट सेराज लाइसेंस दिलाने के लिए अफसरों से से¨टग करता था। दीमापुर में अस्थायी पते का इंतेजाम भी वहीं करता था। जिसकी मदद से उसने आरा एवं बिक्रमगंज के लोगों को लाइसेंस बनवाकर दिए है। पुलिस के अनुसार जिन लोगों ने भी लाइसेंस लिए हैं, वे ¨जदगी में कभी भी दीमापुर जाकर नहीं रहें है। गलत तरीके से कागजात तैयार कर लाइसेंस लिया गया है।

-----

बोले एसपी, 30 जून तक जमा कर दें आ‌र्म्स वरना खैर नहीं

-

फोटो फाइल

21आरा 21

-----

आरा। भोजपुर एसपी अवकाश कुमार ने गुरूवार को दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि जिन लोगों ने नागालैंड के लाइसेंस पर पिस्टल,गन या रायफल खरीदा हैं वो 30 जून तक अपने-अपने नजदीकी थाने में जमा कर दें। वरना पुलिस छापे के दौरान हथियारों की बरामदगी के साथ-साथ गिरफ्तारी भी करेगी। एसपी ने यह भी बताया कि करीब सौ से अधिक लोगों का लिस्ट उन्हें मिल गया है। जिसमें बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो शौकिया हथियार का लाइसेंस लिए हैं,उन्हें वे एक मौका देना चाहते है। इसलिए तीस जून तक का अल्टीमेट दिया जा रहा है। जिन अपराधियों ने नागालैंड के लाइसेंस पर हथियार लिए हैं, उनके विरूद्ध छापेमारी जारी रहेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.