बसंत पंचमी पर निकाला गया महावीरी झंडा जुलूस
बसंत पंचमी पर शहर में चारों ओर विशेष-चहल पहल देखी गई।
आरा। बसंत पंचमी पर शहर में चारों ओर विशेष-चहल पहल देखी गई। सुबह से श्रद्धालुओं का पूजा-अर्चना करते देखा गया। शहर के सभी हनुमान मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया था। साथ इन मंदिरों से झांकी निकाली भी निकाली गई, जो शहर के विभिन्न मांर्गों से होते हुए रमना मैदान के महावीर मंदिर पहुंची। उक्त स्थल पर महावीरी ध्वजारोहण किया गया। साथ ही आरती भी हुई। व्यक्तिगत रूप से भी लोग महावीर मंदिर पहुंचकर ध्वजारोहण किया। श्रीहनुमान मंदिर जीर्णोद्धार समिति, महादेवा द्वारा डॉ.दिनेश प्रसाद सिन्हा के नेतृत्व में महावीरी झंडा जुलूस निकाला गया। श्रीमनोकामना रथ पर सुशोभित हनुमान जी विराजमान थे। मां आरण्य देवी के पुजारी मनोज पांडेय द्वारा हनुमान जी की आरती की गई। तत्पश्चात पुजारी द्वारा समिति के स्वयंसेवकों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया है। सम्मानित होने वाले भुवन पांडेय, अमलेश कुमार, प्रकाश कुमार, कुमार प्रतिक, कुमार मंगलम, अमर कुमार, सोनू कुमार, निखिल, नितिन, ऋषभ, बाबुधन, गो¨वद कुमार, भुवर, सोनू, विक्कि बटम थे। जुलूस मठिया, महावीर टोला, शहीद भवन मोड़ होते हुए रमना मैदान महावीर मंदिर पहुंचा। उक्त स्थल पर आरती हुई। तदोपरांत रथ के साथ श्रद्धालु नेताजी मोड़, टाउन थाना मोड़, गोपाली चौक, जेल रोड, शिवगंज मोड़, मठिया होते हुए महादेवा मंदिर तक पहुंचे। वहीं बुढ़वा महादेव मंदिर समिति द्वारा भी शहर में जुलूस निकाला गया। महावीरी जुलूस बड़ी मठिया पहुंची, जहां महंत राम¨ककर दास ने आरती की। तदोपरांत महावीर टोला, शहीद भवन मोड़, रमना मैदान महावीर मंदिर, टाउन थाना मोड़, शीश महल चौक, गोपाली चौक, जेल रोड, बड़ी मठिया होते हुए मंदिर के पास पहुंचकर समाप्त हो गई। इस अवसर पर शंकर जी केशरी, विश्वनाथ केशरी, विनय प्रसाद केशरी, संतोष जी केशरी, अशोक गिरी समेत अन्य लोग मौजूद थे।
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श्रद्धालुओं ने किया महावीरी झंडा का रोपण फोटो फाइल
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आरा : वसंत पंचमी के अवसर पर रमना मंदिर स्थित महावीर मंदिर में पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर समिति द्वारा पंक्तिबद्ध कराया जा रहा था। पुजारी सुमन बाबा की देखरेख में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने महावीरी झंडा का रोपण हुआ। वहीं मंदिर के सामने मेला सा ²श्य था।
पुजारी सुमन बाबा के अनुसार होली की प्रथम शुरुआत है बसंत पंचमी। आज ही के दिन रति और कामदेव का मिलन हुआ था। इससे सृष्टि का संचालन हुआ। आज ही के दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है, जो ये संदेश देता है कि महावीर व सरस्वती दोनों की पूजा करनी जरूरी है। यदि किसी एक की कमी हो जाएगी तो हम मंजिल तक नहीं पहुंच पाएंगे।