एक दिन पहले आए सिलेंडर में लगी आग में आठ झुलसे, सगी बहनों समेत चार बच्चियां की मौत
भोजपुर जिले के आयर थाना क्षेत्र में गुरुवार की सुबह चाय बनाते समय गैस रिसाव से घर में आग लग गई। हादसे में चार बच्चों की मौत हो गई।
भोजपुर, जेएनएन। भोजपुर जिले के आयर थाना क्षेत्र अंतर्गत कुसुम्हा गांव के एक घर में गुरुवार की सुबह चाय बनाने के दौरान घरेलू गैस सिलेंडर रिसाव से आग लग गई। जिसमें एक ही परिवार के आठ लोग झुलस गए। हादसे अबतक दो सगी बहनों समेत चार बच्चियों की मौत हो चुकी है। गुरुवार को पीएमसीएच में तीन तो शुक्रवार को एक बच्ची की मौत हो गई। इनमें दो सगी बहनें हैं। जबकि चार का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है। गुरुवार को सुबह करीब सात बजे के आसपास हुआ था। मृतकों में कुसुम्हा गांव निवासी उदय शंकर राम की सात वर्षीय पुत्री रीमा कुमारी, तीन वर्षीय पुत्री निधि कुमारी तथा एक महज नौ माह की पुत्री शिवानी कुमारी शामिल है। जबकि, मृतकों के पिता व मां की हालत नाजुक है।
आयर थाना के कुसुम्हा गांव निवासी उदय शंकर राम की पत्नी सुनीता देवी गैस सिलेंडर पर चाय बना रही थी कि अचानक गैस रिसाव होने लगा। इसके पहले कि वो कुछ समझ पाती सिलेंडर और फिर घर में आग लग गई। जिसमें उदय शंकर राम, उसकी पत्नी सुनीता देवी, पुत्री रीमा, निधि कुमारी, शिवानी कुमारी, भाई राकेश राम और मुन्ना राम की पुत्री खुशबू कुमारी और पुनम कुमारी झुलस गई। घर में चीख-पुकार मच गई। बाद में सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल आरा लाया गया। जहां, डाक्टर ने गंभीर हालत को देखकर पीएमसीएच ,पटना रेफर कर दिया गया। लेकिन, तीन सगी बहनों रीमा, निधि और शिवानी ने रास्ते में दम तोड़ दिया। घायलों में उदय और सुनीता की भी हालत गंभीर है। दोनों करीब सौ फीसदी झुलस गए हैं।
एक दिन पहले आया था गैस सिलेंडर, दूसरे दिन हो गया विस्फोट
भोजपुर जिले के आयर थाना क्षेत्र अन्तर्गत कुसुम्हा गांव निवासी सिपाही राम के घर एक रोज पहले ही घरेलू गैस सिलेंडर आया हुआ था। बुधवार को आरा से ही एक गैस सिलेंडर लेकर घर पर गया था। रात में खाना भी बना था। गुरुवार की सुबह उदय शंकर की पत्नी सुनीता देवी गैस पर चाय बना रही थी तभी हादसा हो गया। जिसके बाद कोहराम मच गया। जिस घर के आंगन में ब'चों की किलकारी गुंजती थी वहां मातम पसर गया।
15 फीट ऊंची छत हो गई क्षतिग्रस्त
कुसुम्हा गांव निवासी उदय शंकर राम और उसकी पत्नी सुनीता देवी अपनी तीन बच्चियों रीमा, निधि कुमारी और शिवानी कुमार को लेकर अपने कमरे मे ही थे। उसी कमरे के एक कोने में गैस सिलेंडर था। जिस पर उसकी पत्नी चाय बना रही थी। जबकि बच्चे सो रहे थे। कमरे में गैस भर जाने के कारण विस्फोट हो गया। जिसमें झुलसकर गृहस्वामी 30 वर्षीय उदय शंकर राम, 28 वर्षीय उसकी पत्नी सुनीता देवी समेत तीन पुत्री सात वर्षीय रीमा कुमारी, तीन वर्षीय निधि कुमारी, महज नौ माह की शिवानी कुमारी के अलावा सगे भाई मुन्ना राम की पुत्री 11 वर्षीय पुनम कुमारी ,10 वर्षीय खुशबू कुमारी और चचेरा भाई राकेश राम झुलस गए। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि करीब 15 फीट ऊंचा छत भी क्षतिग्रस्त हो गया। आग की लपटें बरामदे तक आ जाने से वहां मौजूद ब'चे और परिवार के सदस्य झुलस गए। इसके बाद सभी को सदर अस्पताल, आरा लाया गया। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर अरूण कुमार (सर्जन) ने घायलों का प्राथमिक उपचार किया और तत्काल पटना ले जाने की सलाह दी।
बुआ के घर गया था इकलौता बेटा बच गया
कुसुम्हा गांव निवासी उदय शंकर राम का इकलौता बेटा रौशन कुमार करीब दस दिन पहले अपनी बुआ के घर आयर के असधन मठिया गांव गया था। इसलिए वह झुलसने से बच गया। बाद में उसे अपनी तीन सगी बहनों समेत पिता और मां के झुलसने की जानकारी मिली। हादसे की सूचना मिलने के बाद कुसुम्हा समेत असधन के मठिया गांव तक कोहराम मच गया। हादसे की सूचना मिलने के बाद सगे-संबंधी भी गांव पहुंच गए थे।