इंस्पेक्टर के भतीजे की हत्या में छह माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली
जगदीशपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत आरा-मोहनिया एनएच-30 पर कौंरा और मठिया गांव के बीच जटहा पुल के समीप लूटपाट के दौरान स्पेशल ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर श्रीराम सिंह के भतीजा प्रिस की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में करीब छह माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।
आरा (भोजपुर)। जगदीशपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत आरा-मोहनिया एनएच-30 पर कौंरा और मठिया गांव के बीच जटहा पुल के समीप लूटपाट के दौरान स्पेशल ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर श्रीराम सिंह के भतीजा प्रिस की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में करीब छह माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। अभी तक कांड में संलिप्त अपराधियों का सुराग तक नहीं मिल सका है। ऐसे में कांड में संलिप्त अपराधी सलाखों के पीछा होने के बदले छुट्टा बाहर घूम रहे है। पीड़ित परिवार भी पुलिस प्रशासन की ओर न्याय की आस लगाए बैठा है। हालांकि, नए एसपी संजय कुमार सिंह के आने के बाद अनुसंधान ने एक बार फिर जोड़ पकड़ा है। नए एसपी ने जल्द से जल्द कांड का पर्दाफाश करते हुए संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया है। मालूम हो कि पांच दिसंबर 2021 को जगदीशपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत आरा-महोहनिया एनएच -30 पर कौंरा और मठिया गांव के बीच जटहा पुल के समीप सुबह पहर बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े सरेआम स्पेशल ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर श्रीराम सिंह के भतीजे प्रिस सिंह समेत दो लोगों को गोली मार दुस्साहस का परिचय दिया था। इस कांड में पेशेवर अपराधियों के हाथ होने की संभावना जतायी जा रही है। क्योंकि, इस घटना में प्रयुक्त अपाची बाइक हत्या के 12 दिनों पूर्व में लूटी गई थी।
सोने का चेन, अंगूठी व लाकेट तक लूटकर चलते बने थे अपराधी : वारदात के दौरान मारे गए प्रिस के शरीर से सोने का चेन, अंगूठी एवं लाकेट लूटे जाने की बात सामने आ रही है। मृतक के भाई दिनेश सिंह ने बताया कि उनके भाई घटना के समय गले में सोने का चेन एवं लाकेट पहने थे। हाथ में चार अंगूठी भी थी जो गायब थी। भाई के अनुसार लूटपाट के करने वाले अपराधियों का ही हाथ है। पांच मिनट तक उनके भाई और अपराधियों के बीच हाथापाई व मारपीट भी हुई है। नगरांव गांव के रास्ते भागे थे लुटेरे : जगदीशपुर के कौंरा-मठिया गांव के बीच लूटपाट के दौरान इंस्पेक्टर के भतीजे प्रिस सिंह की हत्या करने के बाद अपराधी जिस बाइक को राहगीर से छीनकर भागे थे उसे रविवार को अंतत: बरामद कर लिया गया। लूटी गई होंडा साइन बाइक चरपोखरी के नगरांव के समीप से लावारिस हालत में मिली थी। इससे संभावना जतायी जा रही कि अपराधी नगरांव के रास्ते ही भागे है। चूंकि, वारदात के बाद पीछे पुलिस भी लगी थी इसलिए वे पैदल अथवा गाड़ी बदलकर भागना मुनासिब समझे होंगे। मूल रूप से यूपी के देवरियां निवासी जवान सत्येंद्र कुमार अपने मित्र बंटी के साथ अपने ससुराल आयर जा रहे थे तभी अपराधियों ने हथियार का भय दिखाकर होंडा साइन बाइक छीन लिया था।
तकनीकी सूत्र के जरिए अपराधियों तक पहुंचने में जुटी पुलिस
एसपी संजय कुमार सिंह ने इस कांड का जल्द उद् भेदन किए जाने को लेकर स्थानीय थाना के अलावा डीआइयू समेत कुछ चुनिदा अफसरों को लगाया है। टीम तकनीकी सूत्र के जरिए अपराधियों तक पहुंचने में लगी हुई है। जिससे की कांड का पर्दाफाश हो सके। इस टीम ने ही अभी हाल में ही आरा के व्यवसायी हत्याकांड का पर्दाफाश किया था।