भोजपुर में ठेकेदार का दूसरे दिन घर पहुंचा शव
मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में मरे ठेकेदार राम प्रकाश सिंह का शव रविवार को दूसरे दिन गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया।
आरा: मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में मरे ठेकेदार राम प्रकाश सिंह का शव रविवार को दूसरे दिन गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। स्वजनों के विलाप से माहौल पुरी तरह गमगीन हो गया। गम व गुस्से के बीच शव का अंतिम संस्कार किया गया। स्वजन की हत्या की आशंका जता रहे है। मृतक 50 वर्षीय संवेदक राम प्रकाश सिंह मूल रूप से भोजपुर जिले के आरा मुफस्सिल थाना अन्तर्गत उदयीपुर गांव निवासी जयनाथ सिंह के पुत्र थे। वर्तमान में पटना के राजीवनगर मुहल्ला में रहकर ठेकेदारी करते थे। वैसे परिवार से जुड़े सदस्य आरा नवादा थाना के संकट मोचनगर, न्यू पुलिस पुलिस लाइन मुहल्ले में भी रहते है। शव आने के बाद संकट मोचनगर, न्यू पुलिस पुलिस लाइन मुहल्ले से लेकर पैतृक गांव उदयीपुर तक भीड़ लगी रही।
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मुजफ्फरपुर से पटना आने के दौरान चली गई थी जान
बताया जाता है कि पटना के राजीवनगर मुहल्ला निवासी ठेकेदार राम प्रकाश सिंह अपने पार्टनर पटना के गोसाई टोला निवासी संजीव कुमार के साथ ठेकेदारी करते थे। रामप्रकाश सिंह अपने साथी संजीव के साथ कार से भागलपुर गए हुए थे। शनिवार की शाम भागलपुर से मुजफ्फरपुर के रास्ते पटना आ रहे थे। इस बीच मुजफ्फरपुर के फकुली (कुढ़नी )ओपी अन्तर्गत रजला शिव मंदिर स्थित पोखरा में कार रहस्यमय परिस्थिति में डूब गई थी। जिसमें ठीकेदार राम प्रकाश की मौत हो गई थी। जबकि, कार चालक सह पार्टनर संजीव बच निकला था। मृत ठेकेदार के पास से 41 हजार रुपये नकद व मोबाइल मिला था।
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तीन भाइयों में मांझिल थे रामप्रकाश
आरा मुफस्सिल थाना के उदयीपुर गांव निवासी जयनाथ सिंह को कुल तीन पुत्र थे। जिसमें राम प्रकाश सिंह मांझिल थे। पटना के राजीवनगर में वर्ष 1995 से ही रहकर ठीकेदारी करते थे। दो बेटा भोलू, कृष व एक बेटी किम्मी के सिर से पिता का साया उठ गया है। पति के वियोग में प्रणीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। आसपास के लोग ढांढस बंधा रहे थे। छोटे भाई अजय सिंह का भी रो-रोकर बुरा हाल था। रविवार की सुबह सबसे पहले संकट मोचन नगर,आवास पर शव पहुंचा। जहां, मुहल्लेवासियों की भीड़ जमा हो गई। इसके बाद शव को पैतृक गांव उदयीपुर ले जाया गया। जहां से गंगा घाट पर अंतिमसंस्कार किया गया।
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छोटे भाई ने कहा, साजिश के तहत की गई हत्या, 70 लाख रुपये को लेकर था विवाद इधर, मृत ठेकेदार के छोटे भाई अजय सिंह ने बताया कि साजिश के तहत हत्या कर दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया गया है। लेकिन, मौके पर देखने से कतई दुर्घटना प्रतीत नहीं हो रहा था। संजीव के साथ उसके भाई पार्टनरी में ठीकेदारी करते चले आ रहे थे। करीब 70 लाख रुपये को लेकर विवाद था। इसे लेकर थाने में शिकायत दर्ज करा दी गई है। पुलिस पूछताछ भी कर रही है। हालांकि, संजीव पूछताछ में हादसा बता रहा है। पुलिस जांच -पड़ताल कर रही है।