बैंक के मुख्य प्रबंधक पर हमले के आरोप में एसोसिएशन के महामंत्री गिरफ्तार
नवादा थाना क्षेत्र अन्तर्गत दक्षिणी रमना रोड स्थित महाराजा कॉलेज गेट के समीप पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रबंधक प्रवीण कुमार के साथ मारपीट व जानलेवा हमला किए जाने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को एसोसिएशन के महामंत्री सत्येन्द्र पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
आरा । नवादा थाना क्षेत्र अन्तर्गत दक्षिणी रमना रोड स्थित महाराजा कॉलेज गेट के समीप पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रबंधक
प्रवीण कुमार के साथ मारपीट व जानलेवा हमला किए जाने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को एसोसिएशन के महामंत्री सत्येन्द्र पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार महामंत्री श्री पांडेय महाराजा हाता के निवासी हैं। उदवंतनगर के पियनिया स्थित पीएनबी की शाखा में विशेष सहायक के पद पर कार्यरत हैं। गिरफ्तारी के बाद प्रबंधन और एसोसिएशन के बीच टकराव और गहरा गया है। इसे लेकर पूरे दिन खलबली मची रही। घटना के मूल में बहाली को लेकर उपजे विवाद की बात सामने आ रही है। दूसरी ओर, एसोसिएशन ऑफ पंजाब नेशनल बैंक इम्पलाइज ने साजिश के तहत झूठे मुकदमे में फंसाए जाने का आरोप लगाया है।
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मंडल कार्यालय से घर जाने के दौरान हमला करने का आरोप
बताया जाता है कि नवादा थाना क्षेत्र अन्तर्गत पूर्वी रमना रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक के मंडल कार्यालय के मुख्य प्रबंधक प्रवीण कुमार ने 20 जनवरी को नवादा थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें आरोप लगाया है कि जब वे कार्यालय से अपने आवास जा रहे थे, तभी दक्षिणी रमना मैदान रोड में महाराजा कॉलेज गेट के समीप 40 से 50 की संख्या में रहे लोगों ने घेरकर उन पर हमला कर दिया। मारपीट एवं जान मारने की नीयत से हमला किए जाने का आरोप है। घटना के मूल में पीटीएस बहाली को लेकर वाद-विवाद का जिक्र किया गया है।
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एसोसिएशन के उप महामंत्री ने कहा, साजिश के तहत फंसाया गया, कोर्ट पर भरोसा
इधर, एसोसिएशन ऑफ पंजाब नेशनल बैंक इम्पलाइज उप महामंत्री दयाशंकर ने शुक्रवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा कि साजिश के तहत महामंत्री सत्येन्द्र पांडेय को फंसाया गया है। उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा है। उप महामंत्री ने कहा कि महामंत्री पांडेय केस में फंसाए जाने को लेकर पुलिस अधीक्षक के पास मिलने के लिए कार्यालय गए थे। उसके पहले ही उन्हें कार्यालय के पास से गिरफ्तार करवा लिया गया। उप महामंत्री के अनुसार साल 2017 में ही बहाली निकाली गई थी। बाद में रोक लगा दी गई। सफाई कर्मी 2014 से ही काम करते चले आ रहे हैं। साजिश के तहत पूरी कार्रवाई की गई है।