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मांगों के समर्थन में आशा कार्यकर्ता का 17 फरवरी अनिश्चतकालीन हड़ताल पर

सदर अस्पताल स्थित कर्मचारी संघ भवन में बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अंतर्गत बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ (सीटू) भोजपुर का कोरोना प्रोटोकाल के तहत एक दिवसीय कन्वेंशन आयोजित किया गया जिसमें भावी आंदोलन पर गहन चर्चा की गई। कंवेंशन में आगामी 17 फरवरी से अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू करने का निर्णय लिया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 11:42 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 11:42 PM (IST)
मांगों के समर्थन में आशा कार्यकर्ता का 17 फरवरी अनिश्चतकालीन हड़ताल पर
मांगों के समर्थन में आशा कार्यकर्ता का 17 फरवरी अनिश्चतकालीन हड़ताल पर

जागरण संवाददाता, आरा: सदर अस्पताल स्थित कर्मचारी संघ भवन में बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अंतर्गत बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ (सीटू) , भोजपुर का कोरोना प्रोटोकाल के तहत एक दिवसीय कन्वेंशन आयोजित किया गया, जिसमें भावी आंदोलन पर गहन चर्चा की गई। कंवेंशन में आगामी 17 फरवरी से अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू करने का निर्णय लिया गया।

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कंवेंशन में सभी प्रखंडो के नेतृत्वकारी आशा कार्यकर्तायों ने भाग लिया। महामंत्री विश्वनाथ सिंह ने कन्वेंशन का उद्घाटन किया। उन्होने आशा की समस्याओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि कोरोना काल में दिन रात काम करने वाली आशा कार्यकर्ताओं का आर्थिक व मानसिक शोषण बढ़ा है। आंदोलन के दौरान हुए समझौते को लागू करने में आनाकानी हो रही है। उन्होंने आगामी 23-24 फरवरी को मजदूरो की हड़ताल को भी सफल बनाने का आह्वान किया। अन्य वक्ताओं ने आशा को सरकारी सेवक घोषित करने तथा न्युनतम मजदूरी 21000/- रुपए देने की मांग की। संबोधित करने वालों में संघ के जिलामंत्री सुबेश सिंह, जिलाध्यक्ष विनोद यादव, आशा जिलामंत्री शकुन्तला कुमारी आदि शामिल थीं।

जन स्वास्थ्य अभियान में उजागर हुई अस्पताल की कमियां

जागरण संवाददाता, आरा : विधायक मनोज मंजिल के नेतृत्व में भाकपा माले, आरवाईए और आइसा के चर दिवसीय जन स्वास्थ्य अभियान में सदर अस्पताल की कई खामियां उजागरी हुई हैं। टीम ने चौथे दिन गुरुवार को सदर अस्पताल के आईसीयू समेत कई वार्डों का जायजा लिया। विधायक ने बताया कि अस्पताल में आईसीयू संचालन के लिए न चिकित्साकर्मियों की यूनिट है, न ही कोई इंटेंसिव केयर सिस्टम। वेंटीलेटर चलाने के लिए यूनिट न होने के कारण अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का दर्जा नहीं मिल पाया है। शिशु वार्ड में 12 बेड पर 25 बच्चों का इलाज होता है। यहां कार्डियक मानिटर पांच सालों से खराब है। विधायक के साथ मौजूद टीम में आइसा के राज्य सचिव शबीर कुमार, आरवाईए के राज्य सचिव शिव प्रकाश रंजन, राज्य सह सचिव पप्पू कुमार, राज्य उपाध्यक्ष निरंजन कुमार केशरी, आइसा जिला अध्यक्ष सुशील कुमार यादव, आरा नगर प्रभारी धीरेंद्र आर्यन, रौशन कुशवाहा और संदीप कुमार शामिल थे।


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