आरा में रणक्षेत्र बना अस्पताल, जमकर चले लाठी-डंडे, कई घायल
नवादा थाना क्षेत्र के हरिजी के हाता मुहल्ला स्थित एक निजी क्लीनिक शुक्रवार की सुबह देखते ही देखते रणक्षेत्र में तब्दील हो गया।
आरा। नवादा थाना क्षेत्र के हरिजी के हाता मुहल्ला स्थित एक निजी क्लीनिक शुक्रवार की सुबह देखते ही देखते रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। इलाज कराने आए मरीज के स्वजनों और कर्मियों के बीच सरेआम झड़प हो गई। इस दौरान लाठी-डंडे से लेकर हॉकी तक चले। जिसमें मरीज के स्वजन व चिकित्सक पुत्र व कर्मी समेत समेत करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। बाद में नवादा इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने वहां पहुंच कर स्थिति को संभाला। इसे लेकर काफी देर तक अफरातफरी मची रही। पुलिस मामले की छानबीन कर रही हैं। गंभीर रूप से घायल एक मरीज के स्वजन का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया। घायल 18 वर्षीय हरिओम कुमार रोहतास जिले के नोखा थाना के पंचपोखरी निवासी अनिल कुमार सिंह का पुत्र बताया जाता है। सिर में चोटें आई हैं। इसके अलावा चिकित्सक, उनके पुत्र अभिषेक सहित कर्मी चंदन कुमार सिंह, महेश व रीतेश को भी चोटें आई हैं। झड़प व हंगामे को लेकर करीब चार घंटे तक विधि-व्यवस्था की समस्या बनी रही। इस दौरान आसपास के मुहल्ले के लोग भी सकते में पड़े रहे। घटना के मूल में बिल भुगतान को लेकर उपजे विवाद की बात सामने आ रही है। इधर, पुलिस अधिकारी के अनुसार आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना सुबह सवा दस बजे के आसपास की है।
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एक रोज पहले किशोर को कराया था अस्पताल में भर्ती
बताया जाता है कि बिहिया थाना के कौड़ियां निवासी आनंद मोहन सिंह के 16 वर्षीय पुत्र आदित्य कुमार सिंह की गुरुवार को अचानक तबीयत खराब हो गई थी। वह बेहोश हो गया था। जिसके बाद स्वजनों ने उसे इलाज के लिए हरिजी के हाता स्थित एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया था। गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने किशोर को आईसीयू में रखा था। इस बीच शुक्रवार को परिजन समेत सगे-संबंधी भी अस्पताल पहुंचे हुए थे। परिजन बीमार किशोर के संदर्भ में पुन: डॉक्टर से मिलना चाहते थे।
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पिता का आरोप, मरीज को लेकर जाने के दौरान दुर्व्यवहार किया गया, फिर बंद कर पीटा गया इधर, बीमार किशोर के पिता आनंद मोहन ने कहा कि गुरुवार को जब उनका पुत्र बेहोश हो गया था तो इलाज के लिए डॉक्टर के पास लाए थे। यहां लाने पर आईसीयू में भर्ती करने की सलाह दी गई। जिसके बाद भर्ती करा दिया गया। आईसीयू में स्वजनों को जाने नहीं दिया। शुक्रवार को 30 हजार रुपये बिल बताया गया। 10 हजार की दवा, दस हजार की जांच व दस हजार आईसीयू कुल 30 हजार रुपये मांगा जा रहा था। अंदर में क्या चला नहीं चला वे नहीं जानते थे। सब अस्पताल खुद ही कर रहा था। वे डॉक्टर से मिलना चाहते थे। अपने मरीज को ले जाना चाह रहे थे। इस दौरान डॉक्टर के स्टाफ द्वारा दुर्व्यवहार किया गया। जिसका विरोध करने पर दरवाजा बंद कर उन्हें और उनके सगे-संबंधियों को पीटा गया। बाद में पुलिस को सूचना दी गई।
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फोटो फाइल
27आरा 10
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डॉक्टर ने कहा, उन पर किया गया हमला, बेटे व कर्मियों को भी पीटा गया
आरा: निजी क्लीनिक के चिकित्सक डॉ टी.पी सिंह ने कहा कि स्वजनों की स्वेच्छा के बाद ही बच्चे को आईसीयू में भर्ती किया गया था। बच्चे के ठीक होने के बाद शुक्रवार की सुबह आठ बजे ही छुट्टी दे दी गई थी। इस दौरान पिता समेत स्वजन आकर क्लीनिक में बेवजह हंगामा करने लगे। स्टाफ से उलझ गए। पहले उन पर फिर बेटे अभिषेक के ऊपर जानलेवा हमला किया गया। बाद में स्टाफ आए तो उनके साथ भी मारपीट और तोड़फोड़ की गई। वे जान बचाकर ऊपर छत पर भाग गए। हमले में उनके अस्पताल के कर्मी चंदन, महेश व रीतेश को चोटें आई हैं। बाद में पुलिस को बुलाना पड़ा। करीब चार घंटे तक हंगामा किया गया। मरीजों को देखने का कार्य बाधित रहा। सभी का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया है।