जिले में मिले कोरोना के 10 नए मरीज, आंकड़ा हुआ 4478
जिले के लोग भले ही यह मान रहे हैं कि अब कोरोना का खतरा खत्म हो गया है लेकिन यह उनकी गलतफहमी है। कोरोना की रफ्तार धीमी जरूर पड़ी है लेकिन बिल्कुल खत्म नहीं हुई है। कोरोना को लेकर शहर के लोगों में लापरवाही इतनी बढ़ी है कि बाजार में कोई भी मास्क का प्रयोग नहीं कर रहा है।
सिवान । जिले के लोग भले ही यह मान रहे हैं कि अब कोरोना का खतरा खत्म हो गया है, लेकिन यह उनकी गलतफहमी है। कोरोना की रफ्तार धीमी जरूर पड़ी है, लेकिन बिल्कुल खत्म नहीं हुई है। कोरोना को लेकर शहर के लोगों में लापरवाही इतनी बढ़ी है कि बाजार में कोई भी मास्क का प्रयोग नहीं कर रहा है। राज्य स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में रविवार को दस नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई। इसके साथ ही अबतक कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4478 हो गई है, लेकिन इनमें से अबतक 4420 लोग कोरोना से पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। फिलहाल जिले में कुल 28 एक्टिव मरीज ही बचे हुए हैं। वहीं अबतक जिले में कोरोना से 30 लोगों की मौत हो गई है। सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि कोरोना का चेन काफी कमजोर हुआ है, लेकिन खतरा टला नहीं है। मौसम में गर्मी से कोरोना कमजोर हुआ था, लेकिन एक बार फिर मौसम में नमी आने से उसका खतरा बढ़ सकता है। इसलिए जब तक वैक्सीन नहीं आता, तब तक मास्क ही वैक्सीन है। घर से बाहर निकलते समय लोगों को अनिवार्य रूप से लगाना चाहिए। इधर शारीरिक दूरी क्या होती है, लोगों की भीड़ देख यह प्रतीत हो रहा कि इस शब्द को सभी भूल चुके हैं। सरकारी दफ्तर हो या निजी क्लीनिक या फिर मॉल हो या शहर की सड़कें, हर जगह लोगों की भीड़ ही नजर आती है। दुकानदार भी बिना मास्क लगाए दुकान पर रहते हैं। सीएस ने बताया कि रविवार को जिले में विभिन्न जगहों पर विशेष शिविर लगाकर 3340 सैंपल एकत्रित कर उनकी जांच की गई। इमसें ट्रू नेट द्वारा 62 तथा़ रैपिड एंटीजन किट द्वारा 3045 सैंपलों की जांच की गई। जबकि 233 सैंपलों को जांच के लिए आरएमआरआई पटना भेज दिया गया।