जेडआरयूसीसी की बैठक: खगड़िया से गाड़ी संख्या 15279/80 पुरवइया एक्सप्रेस रोजाना चलाने की मांग, गरीब रथ को लेकर भी चर्चा
जेडआरयूसीसी की बैठक में खगड़िया में रेल समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कई मांगे रखी गईं। गरीब रथ को लेकर भी विस्तार में चर्चा हुई तो वहीं पुरवाइया एक्सप्रेस को रोजाना चलाने की मांग की गई।
जागरण संवाददाता, खगड़िया: बीते 26 दिसंबर को पटना में आयोजित जेडआरयूसीसी की बैठक में पूर्वोत्तर बिहार रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति के केंद्रीय संयोजक सुभाष चंद्र जोशी ने खगड़िया स्टेशन से जुड़ी कई समस्याओं को रखा। जिसमें उन्होंने 05501/2 सहरसा- भागलपुर के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस का विस्तारीकरण जसीडीह तक करने की मांग रखी। सहरसा से मानसी, खगडिय़ा, मुंगेर, जमालपुर, साहबगंज के रास्ते हावड़ा के लिए एवं सहरसा से खगड़िया, बेगूसराय, क्यूल, जसीडीह, आसनसोल, दुर्गापुर के रास्ते हावड़ा के बीच एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की मांग की। उ
न्होंने पूर्व मध्य रेल के क्षेत्र से होकर गुजरने वाली कई साप्ताहिक ट्रेनों का फेरा बढ़ाकर प्रतिदिन करने की बात कही। जिसमें 15227/28 मुजफ्फरपुर- यशवंतपुर एक्सप्रेस, जो बेगूसराय, खगडिय़ा, दक्षिणी समस्तीपुर, उत्तरी भागलपुर, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया आदि जिले से दक्षिण भारत जाने वाली एकमात्र ट्रेन है। जिससे बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने और बेहतर चिकित्सा सुविधा के कारण मरीज अपना इलाज कराने के लिए जाते हैं। अगर इस ट्रेन के फेरे में विस्तार किया जाए तो इधर के लोगों की मुश्किलें आसान हो जाएगी।
गाड़ी संख्या 15279/80 पुरवइया एक्सप्रेस का सप्ताह में एक दिन परिचालन होता है। जबकि यह ट्रेन कोसी क्षेत्र के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। इस ट्रेन के प्रतिदिन चलाए जाने को लेकर भी चर्चा हुई। इस ओर सुभाष चंद्र जोशी ने ध्यान आकृष्ट कराया। सुभाष चंद्र जोशी ने ट्रेन संख्या 12203/4 गरीब रथ एक्सप्रेस का फेरा बढ़ाने को लेकर बैठक में गंभीर चर्चा की। वहीं, 15715/16 गरीब नवाज एक्सप्रेस के फेरे को सप्ताह में तीन दिन करने की मांग की।
15723/24 एनजेपी सीतामढ़ी एक्सप्रेस की समय सारणी में सुधार करते हुए प्रतिदिन परिचालन करने की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। अब देखना है कि इन बातों पर किस हद तक अमल होता है। जोशी ने कहा कि यात्रियों की समस्याओं से अवगत करा दिया गया है। उम्मीद है कि बेहतर जरूर होगा। नव वर्ष में रेल सुविधा का विस्तार होना चाहिए।