भागलपुर से हटेगा एसबीआइ का जोनल कार्यालय, चेंबर ने जताई नाराजगी
व्यापारियों ने कहा कि जोनल कार्यालय हट जाने के बाद यहां के उद्योग-व्यापार पर बुरा असर पड़ेगा। भागलपुर राज्य का पुराना प्रमंडल है। कार्यालय शिफ्ट की योजना सरासर गलत निर्णय है।
भागलपुर [जेएनएन]। भागलपुर में अब भारतीय स्टेट बैंक का जोनल कार्यालय नहीं रहेगा। यहां से इस कार्यालय को बेगूसराय शिफ्ट करने की तैयारी है। इसके लिए जनरल मैनेजर (बीआर/सीपीसी/एनवीएम) रेशमी दुग्गल ने एसबीआइ के मुख्य कार्यालय (पटना)के चीफ जनरल मैनेजर को पत्र भेजा है। यहां से बेगूसराय जोनल कार्यालय को किस वजह से शिफ्ट किया जा रहा है। यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।
वहीं, जोनल ऑफिस के बेगूसराय स्थानांतरित होने से व्यापार और बैंक को काफी आर्थिक नुकसान होगी। वजह यह है कि जोनल ऑफिस का प्रशासनिक क्षेत्र काफी बड़ा है और दूसरे जोनल ऑफिस के मुकाबले व्यवसाय में हमेशा आगे रहा है।
उद्योग और व्यवसाय पर पड़ेगा असर
पुराना प्रमंडल और उद्योग-व्यापार का शहर होने के कारण कार्यालय हटाए जाने से व्यवसाय पर सीधा असर पड़ेगा। भागलपुर शैक्षणिक हब के रूप में भी फेमस है। यहां दूसरे जिलों के बच्चे भी पढ़ाई के लिए पहुंचते हैं।
एसबीआइ का अंचल कार्यालय हटाने पर चेंबर ने दी चेतावानी
भागलपुर से भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का अंचल कार्यालय को बेगूसराय में शिफ्ट किए जाने तैयारी पर चेंबर ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। इसको लेकर शुक्रवार को इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंड्रस्टीज ने आपात बैठक की। इसमें निर्णय का विरोध किया गया।
अध्यक्ष शैलेन्द्र सर्राफ ने कहा कि कार्यालय हट जाने के बाद यहां के उद्योग-व्यापार पर बुरा असर पड़ेगा। भागलपुर राज्य का पुराना प्रमंडल है। कार्यालय शिफ्ट की योजना सरासर गलत निर्णय है। इन्होंने कहा कि शनिवार को बैंक के डीजीएम से मुलाकात किया जाएगा। इसका हल नहीं निकला तो डिप्टी सीएम, सीएम, वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री से भी गुहार लगाएंगे। अध्यक्ष ने कहा कि यहां केंद्र की कई बड़ी योजनाएं स्थापित हो रही है। भागलपुर पूर्वी बिहार का बड़ा व्यावसायिक केंद्र है। उपाध्यक्ष रमण साह ने बताया कि 10 साल पहले भी अंचल कार्यालय को यहां से हटाने का प्रयास किया गया था। उपाध्यक्ष जगदीश चंद्र मिश्रा पप्पू ने कहा कि षडयंत्र के तहत यह किया जा रहा है। महासचिव अशोक भिवानीवाला ने कहा कि इसे किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा। यह निर्णय अंग क्षेत्र के हित में नहीं है। बैठक में कुंज बिहारी झुनझुनवाला, बद्री प्रसाद छापोलिका, टेक्सटाइल चेंबर के अध्यक्ष गिरधारी केजरीवाल सहित अन्य सदस्य थे।