कृत्रिम सांस देने से बचेगा नवजात
जन्म के बाद अगर एक मिनट तक नवजात नहीं रोता है तो उसे एबो बैग से सांस दें इससे उसका जान बच सकता है।
भागलपुर। जन्म के बाद अगर एक मिनट तक नवजात नहीं रोता है तो उसे एबो बैग से सांस दें, इससे उसका जान बच सकता है। रविवार को आइएमए द्वारा आयोजित कार्यशाला में दरभंगा से आए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. ओम प्रकाश ने ये बातें कही।
उन्होंने कहा कि बिहार में प्रति एक हजार नवजात में 27 की मौत हो जाती है। इसके मुख्य कारणों में जन्म के बाद सांस नहीं लेना, गर्भवती मां के पेट में संक्रमण, चमकी, खून या पानी निकला, प्रसव के दौरान ज्यादा समय लगना आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एबो बैग द्वारा नवजात को सांस देने से पहले उसकी गर्दन के नीचे तकिया रखें ताकि गर्दन सीधी रहे। मां के बीमार रहने से गर्भस्थ शिशु पर इसका प्रभाव पड़ता है।
डॉ. अर्चना झा ने कहा कि गर्भवती होते ही महिलाओं की प्रतिरोधक क्षमता घटने लगती है। पौष्टिक आहार नहीं लेने पर इसका असर गर्भस्थ शिशु के विकास पर पड़ता है। ऐसे मामलों में गर्भपात होने की संभावना रहती है। इस लिए गर्भावस्था के दौरान महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सावधानी बरतें।
कार्यशाला में आइएमए अध्यक्ष डॉ. सीएम उपाध्याय, सचिव डॉ. वीरेंद्र कुमार बादल, डॉ. डीपी सिंह, डॉ. हेम शंकर शर्मा, डॉ. रोमा यादव, डॉ. अंजु तुरियार, डॉ. महेश कुमार, डॉ. पीके बजाज, डॉ. अर्चना सिन्हा, डॉ. संजय निराला सहित अन्य डॉक्टर उपस्थित थे।