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बिहार के इन जिलों में गोली से भी सस्ता मिलता है बम, भागलपुर में अक्‍सर हो रहे विस्‍फोट

भागलपुर में अक्‍सर बम विस्‍फोट की घटना होते रहती है। बालू तस्कर और भूमाफिया अक्सर देसी बमों का करते हैं इस्तेमाल। 100-125 रुपये में बन जाता है बम 300 में मिलती है गोली। इस कारण हमेशा यहां हमेशा विस्‍फोट होते रहता है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 09:12 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 09:12 PM (IST)
बिहार के इन जिलों में गोली से भी सस्ता मिलता है बम, भागलपुर में अक्‍सर हो रहे विस्‍फोट
भागलपुर में अक्‍सर होते रहता है बम विस्‍फोट।

संजय सिंह, भागलपुर। अपराध से भागलपुर का पुराना रिश्ता रहा है। 1974 के दौर में यहां चाकूबाजी की घटनाएं अधिक होती थीं। 1979 में आपरेशन गंगाजल (अंखफोड़वा कांड) के बाद अपराध की घटनाओं में कमी आई। फिर, 1989 के दंगों के बाद बम का प्रचलन तेजी से बढ़ा और यह सिलसिला आज भी जारी है। इसका मुख्य कारण बम का कम पैसों में आसानी से निर्माण होना है, जबकि गोलियां अधिक कीमत पर मिलती हैं और इसके इस्तेमाल के लिए हथियार की भी जरूरत होती है।

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पिछले एक वर्ष के दौरान बम विस्फोट की घटनाओं में आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। यहां के अपराधी घटना को अंजाम देने में गोलियों का इस्तेमाल कम और बम का इस्तेमाल अधिक करते हैं। इसका मुख्य कारण बम का सस्ते में निर्माण और आसानी से उपलब्धता है। हाल के दिनों में हर्ष फायरिंग पर रोक लगा दी गई है। परिणामस्वरूप, हथियार के लाइसेंस धारक सोच-समझकर ही अपने लाइसेंस पर गोलियों का उठाव करते हैं। हथियार का लाइसेंस रिन्यूअल कराते समय उन्हें गोलियों का हिसाब देना होता है।

परिणामस्वरूप, अपराधियों को गोलियां प्राप्त करने में भारी मशक्कत का सामना करना होता है। जबकि, एक डिब्बे वाला बम तैयार करने में अधिकतम 100 से 125 रुपये का खर्च आता है। इसमें बारूद समेत अन्य सामान लगते हैं, जो यहां के बाजार में आसानी से उपलब्ध है। इसे एक से दूसरी जगह भी आसानी से ले जाया जा सकता है। बम को छिपाने की सबसे आसान जगह कूड़े का ढेर है। बाजार में अवैध रूप से गोली 300 से 400 रुपये में मिलती है। यह उतनी आसानी से उपलब्ध भी नहीं होती है।

एक खास वर्ग के लोगों को बम बनाने में दक्षता हासिल है। ज्यादातर इन देसी बमों का निर्माण जमीन पर कब्जा करने, बालू तस्करों के आपसी वर्चस्व व लूट की घटनाओं में किया जाता है। बम विस्फोट के कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जो संशय की स्थिति उत्पन्न करते हैं। मसलन, नाथनगर में टिफिन बम विस्फोट का मामला। शनिवार को हुए बम विस्फोट में बोतल बम होने की बात बताई जा रही है। पिछले साल नौ से 13 दिसंबर तक नाथनगर में हुए तीन बम धमाकों में दो लोगों की मौत हो गई थी और तीन बच्चे घायल हुए थे।

शनिवार को एक घर के अंदर बम विस्फोट की घटना हुई। पुलिस यह जांच कर रही है कि घर के अंदर बम कैसे पहुंचा और कौन इसके लिए जिम्मेदार है। एफएसएल की टीम भी जांच में लगी हुई है। - सुजीत कुमार, डीआइजी, भागलपुर

बम बरामदगी को लेकर आपराधिक तत्वों को चिह्नित करने और कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। पूर्व के मामलों में संलिप्त रहे लोगों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। - बाबूराम, एसएसपी, भागलपुर


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