Bihar Assembly Elections : शिविर लगाकर जोड़े जाएंगे महिला और प्रवासियों के नाम, वारंटियों की खैर नहीं
आयोग ने कोरोना काल में शांतिपूर्ण मतदान और कोविड की गाइडलाइन का पालन हर हाल में करने को कहा। जिलों के निर्वाची पदाधिकारियों और एसपी के साथ अब तक की गई चुनावी तैयारियों की समीक्षा क
भागलपुर, जेएनएन। चुनाव आयोग की टीम ने मंगलवार को एक होटल में तीन प्रमंडलों भागलपुर, मुंगेर व पूॢणया के 12 जिलों की समीक्षा की। उपनिर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन व चंद्रभूषण कुमार ने समीक्षा के दौरान महिला-पुरुष वोटरों का अनुपात ठीक करने का निर्देश दिया। जहां महिला वोटरों की संख्या कम है, वहां शिविर लगाकर महिला वोटरों की संख्या बढ़ाने को कहा गया।
इन्होंने शतप्रतिशत प्रवासियों को वोटर बनाने का निर्देश दिया। सभी जिलों के दिव्यांग वोटर्स की संख्या की जानकारी लेते हुए चुनाव में उनकी सौ फीसद सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। आयोग ने कोरोना काल में शांतिपूर्ण मतदान और कोविड की गाइडलाइन का पालन हर हाल में करने को कहा। भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने जिलों के निर्वाची पदाधिकारियों और एसपी के साथ अब तक की गई चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान इन्हेंं प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया। दोनों अधिकारियों ने कहा कि कोरोना काल में मतदाताओं को घर से निकालना मुश्किल भरा काम है, बावजूद मतदान का प्रतिशत बढ़वाया जाएगा। पिछले विधानसभा चुनाव में जिले में 54 फीसद और लोकसभा में 56 फीसद मतदान हुआ था। इस बार 58 फीसद मतदान कराने का लक्ष्य रखा गया है।
शराब व वारंट से संबंधित कार्रवाई को लेकर चुनाव आयोग का रवैया सख्त दिखा। जिलों की कार्रवाई से अवगत होने के बाद शराब जब्ती के आंकड़े को देख आयोग ने सवाल उठाए कि राज्य में शराबबंदी के बाद भी इतनी बड़ी मात्रा में शराब की खेप कैसे पहुंच रही है। इसका मतलब पुलिस का सूचना तंत्र ठीक से काम नहीं कर रहा। जिले में 16847.47 लीटर शराब जब्त की गई है।
बैठक में वीवी पैट, ईवीएम की सुरक्षा, मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराई जानेवाली सुविधाओं का आकलन किया गया। सहायक मतदान केंद्र, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम सहित विभिन्न ङ्क्षबदुओं पर कार्यों की प्रगति, कोविड-19 के परिपेक्ष्य में मतदान केंद्रों पर भीड़ प्रबंधन के लिए बनाई गई योजना से संबंधित जानकारी ली गई। आयोग ने चुनाव के दौरान अन्य राज्यों या राज्य के अंदर से लाए जाने वाले मादक पदार्थों पर नजर रखने का निर्देश दिया। समीक्षा में भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई, खगडियाा, बेगूसराय, पूॢणया, अररिया, किशनगंज एवं कटिहार जिले के डीएम व एसपी शामिल हुए। लखीसराय के डीएम की जगह डीडीसी ने हिस्सा लिया। एडीजीपी जितेंद्र कुमार व निर्वाचन आयोग के निदेशक स्वीप शरत चंद्र भी इस दौरान मौजूद थे।