अंधविश्वास : सुल्तानगंज में डायन बता विवाहिता को जिंदा फूंका
सुल्तानगंज के गनगनियां पंचायत के फतेहपुर गांव में शुक्रवार की सुबह डायन के आरोप में पड़ोसियों ने रूपा देवी (23) को एक अर्धनिर्मित मकान में बंदकर जिंदा जला दिया।
भागलपुर [जेएनएन]। 20वीं सदी और कम्प्यूटर की दुनिया में जीने वाले लोग अब भी अंधविश्वास को मानकर समाज को कलंकित कर रहे हैं। लोग विज्ञान और आध्यात्म पर विश्वास नहीं करते हुए अब भी अंधविश्वास पर विश्वास कर रहे हैं। ऐसी की एक घटना सुल्तानगंज में घटी, जब एक विवाहिता को डायन बताकर लोगों ने जिंदा जला दिया।
सुल्तानगंज के गनगनियां पंचायत के फतेहपुर गांव में शुक्रवार की सुबह डायन के आरोप में पड़ोसियों ने रूपा देवी (23) को एक अर्धनिर्मित मकान में बंदकर जिंदा जला दिया। घटना के समय आरोपितों ने पति कांति मंडल को घर में बंद कर दिया था। आरोपितों ने रूपा को तब निशाना बनाया जब वह शौच के लिए घर से बाहर निकली थी। लौटते समय पहले से घात लगाए आधा दर्जन आरोपितों ने उसे निशाना बनाया।
अस्पताल जाते समय रास्ते में तोड़ा दम
रूपा को मरा हुआ समझ जब सभी भाग निकले तब कुछ लोग मौके पर पहुंचे। हालांकि तब उसकी सांसें चल रही थीं। यह देख लोग आनन-फानन उसे जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अस्पताल में भर्ती कराने लिए लेकर निकले। लेकिन रास्ते में ही रूपा की मौत हो गई। हालांकि रूपा ने मरने से पहले उसे जलाने वाले सात लोगों के नाम बताए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बेटी की मौत का लगाते हैं आरोप
बताया जाता है कि पड़ोस में रहने वाले तूफानी मंडल के परिवार में एक लड़की की कुछ दिनों पहले मौत हो गई थी। पड़ोसी उसकी मौत का जिम्मेवार रूपा को ही ठहरा रहे थे। उनका आरोप है कि उसने ही जादू-टोने से लड़की को मार डाला। वहीं अब उसकी घर के अन्य बच्चों पर नजर है। इस कारण रूपा के पड़ोसी उसके साथ उसके बच्चों को भी काफी प्रताडि़त करते थे।
तूफानी मंडल का परिवार है हत्या में शामिल
क्रांति मंडल के मुताबिक उसका पड़ोसी तूफानी मंडल का परिवार पत्नी रूपा पर डायन होने का आरोप लगाता था। बीते एक वर्ष से वे लोग रूपा को डायन बताकर प्रताडि़त कर रहे थे। गुरुवार की रात भी तूफानी मंडल के परिवार वालों ने डायन के आरोप में उसे घर में घुसकर बुरी तरह मारा पीटा था। वहीं जान से मारने की धमकी भी दी थी। लेकिन सुबह आरोपितों ने हकीकत में घटना को अंजाम दे दिया।
आरोपितों ने कहा, झूठा है आरोप
क्रांति ने सात लोगों पर जिंदा फूंकने का आरोप लगाया है। इसमें रूपेश मंडल, मुकेश मंडल, नंदू मंडल, भागीरथ मंडल, विनय मंडल, रेखा देवी, मकुना मंडल शामिल है। वहीं सभी आरोपित गांव में ही हैं। उनका कहना है कि उन लोगों को झूठा फंसाया जा रहा है। इस मामले में पुलिस जांच में यदि सबूत मिले तो पुलिस जेल भेज दे, अन्यथा झूठे आरोप में रूपा के परिवार वाले न फंसाएं।
तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं
रूपा को दो बेटियों और एक बेटा है। इसमें बड़ी बेटी चार वर्षीय मेघा, दो साल का बेटा हरिओम और छह माह की बेटी छोटी शामिल है। रूपा की मौत की बात बच्चों को समझ नहीं आ रही है। लेकिन वे लोग बार-बार मां के शव के पास मायूस बैठ जाते हैं। वहीं मामले की जांच के लिए डीएसपी (लॉ एंड आर्डर) निसार अहमद ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली।