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Mandar Festival Banka 2021 : क्‍या इस बार बौंसी मेले का नहीं होगा आयोजन...? अब तक सैरात नहीं हुआ

Mandar Festival Banka 2021 कोरोना काल में अब तक बौंसी मेले की कोई खास तैयारी नहीं की गई है। बौंसी मेला की सैरात भी नहीं हुआ है। मेला ग्राउंड और कृषि प्रदर्शनी स्‍थल पर किसी भी प्रकार की तैयारी नहीं है।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 11:27 AM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 11:27 AM (IST)
Mandar Festival Banka 2021 : क्‍या इस बार बौंसी मेले का नहीं होगा आयोजन...? अब तक सैरात नहीं हुआ
Mandar Festival Banka 2021 : बांका बौंसी स्थित मंदार पर्वत, पापहरणी सरोबर व अष्‍टकमल मंदिर।

जागरण संवाददाता, बांका। Mandar Festival Banka 2021 : राजकीय दर्जा प्राप्त बौंसी मेला सह मंदार महोत्सव शुरू होने में मात्र 15 दिन बचे हैं। दिसंबर के अंत तक हर वर्ष मेला मैदान में विभिन्न प्रांतों से दर्जनों व्यवसायी अपनी अपनी दुकानें सजा लेते थे। मेला मैदान का अधिकांश हिस्सा दुकानों से सजा रहता था। पर कोरोना के कारण इस बार मेला लगने की उम्मीद नहीं है। इस कारण प्रशासन द्वारा साफ-सफाई तक शुरु नहीं की गई है। इससे मेला मैदान पर जगह- जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है। मेला वीरान रहने की मुख्य वजह राजस्व विभाग द्वारा अब तक मेले की सैरात नहीं होना बताई जा रही है।

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सैरात नहीं होने से ऐतिहासिक मेला अब तक विरान है 

सैरात लेने वाले इच्छुक लोगों ने बताया कि मेले की सैरात  की तिथि जिला प्रशासन द्वारा चार जनवरी से आठ जनवरी तक रखी गई है। जिसके बाद मेले की शुरुआत होने में एक सप्ताह से भी कम समय बचता है। ऐसी स्थिति में मेला का आयोजन ठीक से नहीं हो पाएगा। वहीं, राजस्व विभाग द्वारा

मेला की सैरात की तिथि तो निकाल दी गई है। पर मेले की तैयारी अब तक शुरू नहीं की गई है। मेले का मुख्य आकर्षण मुनेश्वर कृषि प्रदर्शनी में ताला लटका हुआ है।

कृषि विभाग द्वारा किसी भी प्रकार के तैयारी शुरु नहीं की गई है। मेले की सैरात नहीं होने से स्थानीय लोगों में मायूसी है। प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो कोरोना को लेकर इस बार मंदार महोत्सव की आयोजन रद कर दिया गया है।

अंग-बंग और संथाल संस्‍कृति का संगम है यह महोत्‍सव

बांका के बौंसी जिले में मंदार पर्वत की तराई में मकरसंक्रा‍ंति पर आयोजित होने वाले समारोह अंग-बंग और संथाल संस्‍कृति का संगम माना जाता है। यह बड़ी संख्‍या में मकरसंक्रांति के एक दिन पूर्व फागा समुदाय के लोग पूजा अर्चना करने आते हैं। पापहरणी में स्‍नान पर अपने गुूरुओं की वहां पूजा करते हैं।


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