भागलपुर में रेलवे पटरी में गिरी दीवार, उसी समय पहुंची पटना-मालदा इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन, यात्रियों ने कहा थैंक यू ड्राइवर
भारतीय रेल दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची पटना-मालदा इंटरसिटी ट्रेन। भागलपुर स्टेशन के इंटर सिग्नल के पास पटरी पर गिर गया था क्षतिग्रस्त नगर निगम के बूचड़खाना का चहारदीवारी। सुबह 315 बजे से 635 बजे तक बाधित रहा ट्रेनों का परिचालन।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। नगर निगम के बूचड़खाना के चहारदीवारी के टूटकर पटरी पर गिरने से रविवार को भागलपुर स्टेशन के पास 13416 डाउन पटना-मालदा इंटरसिटी दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची। इसकी वजह से भागलपुर-जमालपुर रेलखंड पर डाउन लाइन में तीन घंटे ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। इस दौरान कई ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर रुकी रही। ट्रेनों के तीन घंटे परिचालन प्रभावित रहने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। शनिवार की रात एक बजे तेज हवा के साथ शुरू हुई मूसलधार वर्षा रविवार की सुबह साढ़े तीन बजे के बाद रुकी। इस दौरान रविवार सुबह 3:15 बजे भागलपुर स्टेशन के इंटर सिग्नल के पास नगर निगम के बूचड़खाना का चहारदीवारी क्षतिग्रस्त होकर पटरी पर गिर गया। इसी बीच डाउन पटना-मालदा इंटरसिटी आ रही थी। पटरी पर क्षतिग्रस्त चहारदीवारी का मलबा देख इंजन पायलट ने ट्रेन रोक दी। इस ट्रेन पर सवार यात्रियों ने चालक को धन्यवाद दिया। भगवान को थैंक यू कहा।
विभिन्न स्टेशनों के पास रुकी रही कविगुरु एक्सप्रेस, जनसेवा एक्सप्रेस व जयनगर-भागलपुर ट्रेन
सूचना मिलने पर मुख्य यार्ड मास्टर प्रमोद कुमार सिंह सहित कई रेलकर्मी व भागलपुर रेलवे सुरक्षा बल के जवान मौके पर पहुंचे मलबे को हटाने का काम शुरू किया। मलबा का कुछ हिस्सा हटाने पर ढाई घंटे बाद सुबह 5:50 बजे 10-15 किलोमीटर स्पीड में परिचालन कर पटना-मालदा इंटरसिटी भागलपुर जंक्शन लाई गई। प्लेटफार्म संख्या एक पर लिए गए इस ट्रेन को 600-700 मीटर की दूरी तय करने में 15 मिनट लग गए। हालांकि चलने के तुरंत बाद ही इस ट्रेन को मलबा हटाने के काम में जुटे कर्मियों ने रोक दिया और कंक्रीट हटाने पर 30 सेकेंड बाद ही चलाई गई। ट्रैक से मलबा हटाने का काम सुबह 6:35 बजे पूरा हुआ। इसके बाद डाउन लाइन में ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ। इस दौरान कवि गुरु एक्सप्रेस, मुजफरपुर-भागलपुर जनसेवा एक्सप्रेस व जयनगर-भागलपुर एक्सप्रेस सहित डाउन लाइन की कई ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर रुकी रही। यात्रियों को काफी परेशानी हुई।