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प्रत्याशियों को देखकर नहीं... देशहित और स्वाभिवान की रक्षा करने वाली पार्टियों को करेंगे वोट

सैंडिस में स्वास्थ्य लाभ के लिए महिलाएं युवा व बुजुर्गों की कई टोलियां अलग-अलग बैठकर आपस में चर्चा कर रहे थे। किस पार्टियां व किन उम्मीदवारों को वोट दें इस पर मंत्रणा कर रहे हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 01:43 PM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 04:49 PM (IST)
प्रत्याशियों को देखकर नहीं... देशहित और स्वाभिवान की रक्षा करने वाली पार्टियों को करेंगे वोट
प्रत्याशियों को देखकर नहीं... देशहित और स्वाभिवान की रक्षा करने वाली पार्टियों को करेंगे वोट

भागलपुर [अशोक अनंत]। लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही चर्चा शुरू हो गई है। चौक-चौराहों के अलावा पार्कों में प्रत्याशियों की नहीं पार्टियों पर चर्चा हो रही है। सैंडिस कंपाउंड में स्वास्थ्य लाभ के लिए आने वाले युवाओं से लेकर बुजुर्गों के बीच चुनावी दंगल की बात छिड़ जा रही है। चर्चा में विकास का मुद्दा गौण है। लोग अब देशहित की बात करने लगे हैं। लोगों का कहना है कि जो देशहित की बात करेगा, उसे ही वोट दिया जाएगा।

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सैंडिस कंपाउंड में स्वास्थ्य लाभ के लिए महिलाएं, युवा और बुजुर्गों की कई टोलियां अलग-अलग बैठकर आपस में चर्चाएं कर रहे थे। महिलाओं के बीच बढ़ रही महंगाई को लेकर चर्चाएं छिड़ी थी। कहा जा रहा है रसोई गैस की कीमत बढऩे वाली है। ऐसे में घर चलाना मुश्किल हो जाएगा। आखिर कहां पर जाकर रुकेगा रसोई गैस की कीमत। अन्य खाने-पीने के सामानों की कीमतों में कमी नहीं आ रही है।

वहीं बुजुर्गों के बीच उम्मीदवारों की कम देशहित की चर्चा ज्यादा हो रही थी। थोड़ी देर के लिए भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों को लेकर चर्चा हुई, पर देशहित पर बात आगे बढ़ गई। चर्चा में भाग लेने वाले देवेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव उम्मीदवारों को लेकर अपनी स्पष्ट मंशा जाहिर नहीं कर पा रहे थे। उनके उधेड़बुन को देखकर श्रीकांत गुप्ता ने झट उनकी बात को दरकिनार करते हुए कहा कि देशहित की सोचें। देश बचेगा तभी हमसब बचेंगे। इसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा अटैक और आतंकवादियों पर चर्चा शुरू हो गई।

सिकंदर मंडल इस बात से ज्यादा उत्साहित थे कि सर्जिकल स्ट्राइक ने देश के लोगों और सेना का मनोबल बढ़ा दिया है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए गुरुचरण दास ने कहा अब कई देश भारत को इज्जत की नजर से देखने लगे हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है। चुनाव में अब जातिगत राजनीति गौण है। केवल मतदाता देशहित की बात सोचने लगे हैं। हालांकि राजकुमार शिक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भागलपुर में एक भी नया कॉलेज नहीं खुला। निजी संस्थानों की बाढ़ आ गई है। छात्र लूटे जा रहे हैं। परिजन आर्थिक समस्या में घिर रहे हैं, इसे देखने वाला कोई नहीं है। चर्चा के दौरान यह भी देखने को मिला कि सभी मतदान करने को लेकर उत्साहित थे।


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