टीएमबीयू में कुलपति कर रहे वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितता
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट और सिंडिकेट सदस्य डॉ. संजीव कुमार सिंह ने कुलाधिप
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट और सिंडिकेट सदस्य डॉ. संजीव कुमार सिंह ने कुलाधिपति को आवेदन देकर कुलपति डॉ. नलिनी कांत झा पर वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है। राजभवन सचिवालय एवं राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के विपरीत कार्य किए जाने से विवि का शैक्षणिक माहौल दूषित हो रहा है। नियम-परिनियम को किनारे कर वित्तीय अनियमित्ता से संबंधी निर्णय लिए गए हैं। समितियों को अपना कार्यवृत सीधे अभिषद् में रखे जाने का प्रावधान है, लेकिन लोकतांत्रिक व्यवस्था के विपरित विवि प्रशासन द्वारा लगातार कार्यकारी आदेश के तहत वित्तीय एवं नीतिगत निर्णय लिए जा रहे हैं। यही कारण है कि अभिषद् की बैठक नियमित नहीं हो रही है। कुलपति के विशेष सक्रियता के कारण महामहिम के आदेश की अवज्ञा हो रही है। अभिषद में सदस्यों द्वारा जो मुद्दे प्रकाश में लाए जाते हैं, उसे कार्यवाही पुस्तिका में सही रूप से अंकित नहीं कर विवि प्रशासन द्वारा अपने अनुकूल एवं निजी स्वार्थ के लिए अपनी बात को अंकित कराया जाता है। कुलपति अपने उपर हुए चिकित्सीय खर्च के क्रम में चिकित्सा के साथ सिर्फ दवाइयों पर होने वाले खर्च के ही हकदार हैं। लेकिन नियम को किनारे कर अग्रिमद सात लाख 50 हजार प्राप्त किए हैं, जो कानूनन सही नहीं है। विवि के भंडार कक्ष में लगभग 40 हजार सर्टिफिकेट रहने के बावजूद 15 हजार सर्टिफिकेटों का क्रय किया जाना गंभीर वित्तीय अनियमितता है। पूर्व में सर्टिफिकेट की कीमत निविदा के माध्यम से सात रुपये 50 पैसे तय था, स्वार्थवश पुनर्निविदा कराकर 85 रुपये की दर सर्टिफिकेट की खरीदारी की गई। सिंडिकेट सदस्य ने कई और गंभीर आरोप कुलपति पर लगाए हैं।