विरेन्द्र यादव हत्याकांड : सरेंडर करने पहुंचे हत्यारोपित को पीड़ित पक्ष ने दबोचा
विरेन्द्र यादव की हत्या करने मामले के आरोपित योगेश यादव को कोर्ट में आत्मसमर्पण करने से पहले ही मृतक की साली पूजा, ससुर पंचदेव यादव व प्रभु यादव ने दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया।
भागलपुर [जेएनएन]। पीरपैंती में प्रेम विवाह करने पर विरेन्द्र यादव की गला काट हत्या करने मामले के आरोपित योगेश यादव को भागलपुर न्यायालय में आत्मसमर्पण करने से पहले ही सोमवार को मृतक की साली पूजा, ससुर पंचदेव यादव और प्रभु यादव ने दबोच लिया। उन लोगों ने योगेश को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने योगेश को गिरफ्तार कर लिया है। इस बात की पुष्टि एसएसपी आशीष भारती ने की है।
गौरतलब है कि पुलिस ने 24 अगस्त को वंशीचक वीरेन्द्र यादव का सिर कटा शव बरामद किया था। उसके सिर का कुछ पता नहीं चल पाया। वह वीरेन्द्र झारखण्ड के साहेबगंज तड़बन्ना का रहने वाला था। उसका 20 अगस्त को ससुराल से कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। चार दिन बाद बहियार में उसका शव पुलिस ने बरामद किया था।
मृतक की साली पूजा के मुताबिक 20 की रात पहले से घात लगाए रिश्ते में चाचा चाचा रमेश यादव, निर्भय यादव, युगेश यादव, कन्हाई यादव, कृष्णा यादव सहित चार अज्ञात लोग लाठी लेकर आये और वीरेन्द्र का मारते पीटते अपहरण कर लिया था। पूजा ने कहा कि उक्त आरोपित उसकी बहन मनीषा द्वारा विरेन्द्र से प्रेम विवाह करने की बात से खफा थे। वहीं आरोपित रिश्तेदारों की भी बुरी नजर उसपर और उसकी बहन पर थी। इसी लेकर उन लोगों ने घटना को अंजाम दिया है। पुलिस के मुताबिक विरेंद्र के शव के पास ही उसका मोबाइल मिला था। अपराधियों ने उसका गुप्तांग भी काट दिया था।
इस मामले में आरोपित पांच लोगों में रमेश यादव और निर्भय यादव अभी भी फरार है। जबकि कन्हैय्या यादव और कृष्णा यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वहीं सोमवार को युगेश को परिजनों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।