दारोगा का घूस लेते हुए वीडियो हुआ वायरल, भागलपुर की लेडी सिंघम ने की ये कार्रवाई
एसएसपी निताशा गुडिय़ा ने पांच हजार रुपये रिश्वत लेते वायरल वीडियो मामले में विभागीय कार्रवाई पूरी करते हुए बर्खास्तगी की अनुशंसा डीआइजी सुजीत कुमार से की। बाथ थाने में तैनाती काल में एक जून 2020 को वायरल हुई थी वीडियो।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बाथ थाने में तैनात दारोगा जयजयराम यादव की पांच हजार रुपये रिश्वत लेते वायरल वीडियो मामले में विभागीय जांच पूरी करते हुए एसएसपी निताशा गुडिय़ा ने उनकी बर्खास्तगी की अनुशंसा डीआइजी सुजीत कुमार से कर दी है। बर्खास्तगी की अनुशंसा संबंधित फाइल डीआइजी के समक्ष पहुंच भी गई है। अब किसी भी समय उनके हस्ताक्षर होते ही बर्खास्तगी की संपुष्टि हो जाएगी। दारोगा जयजयराम यादव की बाथ थाने में तैनाती काल में एक जून 2020 को एक वीडियो वारयल हुई थी। वायरल वीडियो में उन्हें पीडि़त पक्ष से पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते वीडियो बना लिया गया था।
उक्त वीडियो में उनकी पीडि़त पक्ष से हुई वार्तालाप भी कैद थी। बातचीत के क्रम में जयजयराम रिश्वत तो मांग ही रहे थे। सिस्टम भी समझाते हुए रिश्वत को वैधानिक बता रहे थे। पीडि़त पक्ष को समझाते समय दारोगा पेट्रोल खर्च, कचहरी जाने में खर्च, वहां कैसे खर्च होगा, फोटो कापी में खर्च होगा आदि तमाम चेन सिस्टम के बारे में ऐसे बताने लगे माने रिश्वत लेना वैधानिक है। मामले में तब तत्कालीन एसएसपी आशीष भारती ने मामले में डीएसपी विधि-व्यवस्था निसार अहमद शाह को जांच का जिम्मा दिया था। जांच रिपोर्ट आते ही दो जून 2020 को जयजयराम को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। हालांकि उस समय विभागीय कार्रवाई की फाइल दब गई थी। एसएसपी निताशा गुडिय़ा ने विभागीय कार्रवाई को मुकाम देते हुए बर्खास्तगी की अनुशंसा कर दी है।
पीडि़त पक्ष ने सवाल किया कि तनख्वाह किस बात की लेते तो झट से बताया कि ऐसे काम के लिए सरकार पैसा नहीं ना देती
दारोगा और पीडि़त पक्ष में वायरल वीडियो में वार्तालाप का अंश तब खूब चर्चा में आया था। दारोगा वायरल वीडियो में पीडि़त को समझाया कि फोटो कापी कराना होगा, कचहरी जाना होगा। इसमें खर्च होगा। पेट्रोल लगता है। वहां कोई यह नहीं समझेगा कि हमने पैसा नहीं लिया है। पीडि़त ने दारोगा से सवाल किया कि आपको तो सरकार तनख्वाह भी देती है, इस सवाल पर दारोगा ने झट से जवाब दिया कि ऐसे काम के लिए तनख्वाह नहीं ना देती है। हम ऐसे काम के लिए यानी ऐसे खर्च के लिए पैसे कहां से लाएंगे। दारोगा और पीडि़त पक्ष के बीच तब हुए संवाद ने व्यवस्था की कलई खोल कर रख दी थी।
24 मई 2020 को अरविंद कुमार सिंह पर हुआ था जानलेवा हमला में दर्ज हुआ था केस, तीन बनाए गए थे नामजद
बाथ थाना क्षेत्र में 24 मई 2020 को अरविंद कुमार सिंह पर जानलेवा हमला हुआ था। मामले में तीन आरोपितों के विरुद्ध् नामजद केस दर्ज किया गया था। उस केस की जांच की जिम्मेदारी दारोगा जयजयराम यादव को दी गई थी। इसी मामले में पुलिसिया कार्रवाई नहीं होने पर जब पीडि़त पक्ष ने उनसे संपर्क किया तो उनसे रिश्वत मांगी गई थी। उसमें पांच हजार रुपये रिश्वत दिया गया था। जिसकी वीडियो वायरल हुई थी।