सब्जियों की कीमत ने बिगाड़ा किचन का बजट, जानिए... बाजार भाव
Market price बारिश के चलते दियारा में लगी सब्जी की फसल डूब गई है। बाहर से सब्जियों की आपूर्ति नहीं हो रही है। आलू प्याज की कीमतें काफी बढ़ गई है। ट्रेन नहीं चलने से भागलपुर में बाहर से सब्जियां नहीं आ रही हैं।
भागलपुर, जेएनएन। Market price : भागलपुर की मंडियों में सब्जियों की कीमत आग लग गई है। आलू, प्याज, टमाटर, धनिया पत्ता, विंस, करेला और बैगन की कीमत आसमान छू रही है। कीमत बढऩे का प्रमुख कारण बारिश के चलते दियारा में लगी फसलों का डूबना और बाहर से सब्जियों की आपूर्ति नहीं होना है। प्याज की सर्वाधिक आपूर्ति महाराष्ट्र से होती है। बारिश के चलते आवक कम हो गई है। अभी आलू और प्याज दोनों की आपूर्ति कोल्ड स्टोरेज से हो रही है। मांग अधिक होने के कारण कीमत बढ़ गई है। पिछले दो सप्ताह में आलू के थोक मूल्य में प्रति क्विंटल 500 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, प्याज की कीमत प्रति क्विंटल एक हजार रुपये तक बढ़ गई है।
थोक मूल्य (रुपये प्रति क्विंटल)
आलू (नया)- 5000 से 5200
आलू (पुराना )- 2600 से 2800
प्याज - 3800 से 4000
खुदरा मूल्य (रुपये प्रति किलो)
आलू (नया) - 60 से 65 किलो
आलू (पुराना ) 40 रुपये
धनिया पत्ता-225 से 250 रुपये
करेला-40 से 50 रुपये किलो
विंस-120 से 130 रुपये किलो
शिमला मिर्च, 140 से 150 रुपये
बैगन, 30 से 40 रुपये किलो
लौकी, 20 से 30 रुपये किलो
टमाटर, 70 से 80 रुपये किलो
भिंडी, 50 से 60 रुपये किलो
नेनुआ, 30 रुपये किलो
बंधा गोभी, 50 रुपये किलो
परवल, 60 से 70 रुपये किलो
गोभी- 40 से 50 रुपये पीस (रांची)
ट्रेन नहीं चलने से भागलपुर में बाहर से सब्जियां नहीं आ रही हैं। पहले लखीसराय, मुंगेर, साहिबगंज और बांका सहित अन्य जिलों सब्जियों की आपूर्ति होती थी। बाढ़ आने के कारण स्थानीय सब्जियां नहीं आ रही है। इस कारण इनके दाम अचानक बढ़ गए है। -जितेंद्र, सब्जी विक्रेता, उल्टा पुल मंडी
अलग-अलग मंडियों की कीमत अलग-अलग
जिले में सब्जियों के मंडियों पर कीमतों पर अंतर है। अलग-अलग मंडियों में अलग-अलग कीमत है। हरी सब्जियों की कीमतों में काफी अंतर है। आलू और प्याज की कीमत लगभग सभी जगह समान है। टमाटर की कीमतों में भी काफी बढ़तरी हुई है। हालांकि सब्जी विक्रेताओं ने उम्मीद जताया है कि मूल्य में शीघ्र ही कमी हो जाएगी।