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देशभक्ति का अनूठा जुनून : खगडि़या के इस प्रखंड के 50 जवान कर रहे सीमा पर पहरेदारी

खगडि़या के युवाओं का देशभक्ति के प्रति जुनून इस कदर हाबी है कि यहां के ज्‍यादातर लोग सेना में भर्ती हैं। वे देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात होकर खुद को गौरवान्वित कर रहे हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 21 Aug 2020 03:34 PM (IST)Updated: Fri, 21 Aug 2020 03:34 PM (IST)
देशभक्ति का अनूठा जुनून : खगडि़या के इस प्रखंड के 50 जवान कर रहे सीमा पर पहरेदारी
देशभक्ति का अनूठा जुनून : खगडि़या के इस प्रखंड के 50 जवान कर रहे सीमा पर पहरेदारी

खगडिय़ा, जेएनएन। सीमाओं पर वीर जवानों का बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाता है। यह बलिदान मानसी के युवाओं के दिलों में देशसेवा की चिंगारी जला देता है। वीर बलिदानियों को प्रेरणास्रोत मानकर मानसी प्रखंड के विभिन्न गावों के युवा बड़ी संख्या में देशसेवा का संकल्प लेकर सेना में भर्ती हो रहे हैं। प्रतिदिन सूर्योदय के पूर्व ही मानसी, बलहा, छोटी बलहा, सैदपुर, खिरनिया, खुटिया आदि गांवों के युवा सड़कों और मैदानों पर दौड़ लगाना शुरू कर देते हैं। इन गांवों के करीब 50 युवा आज सेना में भर्ती होकर तन मन से देश की सीमा की पहरेदारी कर रहे हैं। सेना में सेवारत फौजी जब भी गांव आते हैं, वे युवाओं को प्रशिक्षण व मार्गदर्शन देते हैं।

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बलिदानी सैनिक तनवीर रजा हैं प्रेरणास्रोत

छोटी बलहा के बलिदानी सैनिक मु. तनवीर रजा से भी प्रेरणा लेकर कई युवा सेना में सेवा देने का संकल्प लेकर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। बलिदानी तनवीर रजा के छोटे भाई अनवर आलम भी सेना में हैं। उनका चचेरा भाई मु. समर आलम भी सेना में भर्ती होने के लिए दिन-रात पसीना बहा रहे हैं। वे प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होने के लिए नित्य अल सुबह एसएच-95 के समीप स्थित श्रीराम जानकी ठाकुरबाड़ी के मैदान में पहुंच कर दौड़ और लंगी कूद लगाते हैं। यहां सेना में जाने को इच्छुक जवानों को अभी फौजी रणवीर कुमार प्रशिक्षण दे रहे हैं। वह छुट्टी में अपने गांव छोटी बलहा आए हुए हैं। इनसे लगभग डेढ़ सौ युवा सेना में जाने का टिप्स ले रहे हैं। जबकि बलहा बस्ती के ङ्क्षप्रस कुमार इन लोगों के रेगुलर प्रशिक्षक हैं। बलिदानी मु. तनवीर रजा के पिता मु. शकील अहमद कहते हैं - देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने की प्रेरणा देकर मेरे बलिदानी पुत्र मु. रजा सेना में गए । छोटा बेटा भी सेना में है। यह मेरे लिए गर्व की बात है।

फौजी रणवीर कहते हैं- देश सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं हैं। यहां के युवा सेना में जाने को लेकर पसीना बहा रहे हैं, इनकी मेहनत जरूर सफल होगी। फौजी बलहा बस्ती के ज्ञानदेव शर्मा भी जब छुट्टी में गांव आते हैं, तो युवाओं को प्रशिक्षण देते हैं।

रेगुलर प्रशिक्षक प्रिंस कुमार ने कहा कि यहां के युवाओं में देशभक्ति का अनूठा जुनून देखकर मन खुशी से भर जाता है। 


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