Move to Jagran APP

रेलवे का नया प्रयोग... बेवजह अब जहां-तहां चेन पुलिंग कर नहीं रोक सकेंगे ट्रेन, छात्र-ग्रामीण होंगे प्रहरी

अब बिना कारण के चेन पुलिंंग कर जहां तहां ट्रेन को नहीं रोका जा सकेगा। इसके लिए रेलवे नया प्रयोग करने जा रहा है। इस काम में रेलवे छात्र और ग्रामीणों की मदद लेगा। इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 03:12 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 03:12 PM (IST)
रेलवे का नया प्रयोग... बेवजह अब जहां-तहां चेन पुलिंग कर नहीं रोक सकेंगे ट्रेन, छात्र-ग्रामीण होंगे प्रहरी
अब बिना कारण के चेन पुलिंंग कर जहां तहां ट्रेन को नहीं रोका जा सकेगा।

 जागरण संवाददाता, भागलपुर। वैक्यूम की वजह से सही समय पर चलने वाली ट्रेनें भी विलंब हो जाती है। रेलवे प्रशासन ने इस समस्या का हल निकाल लिया है। अब नए प्रयोग से ट्रेनों में वैक्यूम की वारदात को रोकेगी। इस समस्या से निजात के लिए रेलवे की आरपीएफ ग्रामीण और युवाओं से मदद लेगी। यह प्रयोग सफल रहा तो इस सेक्शन पर हो रहे वैक्यूम की घटनाओं में पूरी तरह अंकुश लग जाएगा। दरअसल, बांका-भागलपुर, जमालपुर और मुंगेर इलाके में हर दिन सैकड़ों की संख्या में छात्र कोचिंग में पढ़ाई करने आते हैं। इनमें से कइयों का घर स्टेशन या फिर रेल हाल्ट के पास पड़ता है। कोचिंग आने के लिए ज्यादातर छात्र पैसेंजर से चले आते हैं। लेकिन, वापसी में एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होते हैं। हॉल्ट पर एक्सप्रेस ट्रेन नहीं रुकने की वजह से एक्सप्रेस गाडिय़ों को वैक्यूम कर रोक देते हैं। इससे जहां गाडिय़ां लेट होती है वहीं, रेलवे को राजस्व का घाटा भी होता है। वहीं, बार-बार वैक्यूम की वजह से इंजन फेल होने की संभावना बनी रहती है। इन सभी वजहों से निजात के लिए रेलवे नेकोचिंग संचलकों से मदद लेने की बात कही है।

loksabha election banner

अभी कोरोना में बंद है शिक्षण संस्थान

पांच अप्रैल से कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शिक्षण संस्थान बंद है। इस कारण पिछले कुछ दिनों से ट्रेन में वैक्यूम की घटनाओं में कमी आई है। स्कूल-कॉलेज और कोङ्क्षचग संस्थान खुलने के बाद यह प्रयोग शुरू होगा। इसके लिए रेलवे प्रशासन ने तैयारी करनी शुरू कर दी है।

पीट जाती है पीछे की गाडिय़ां

बार-बार पांच मिनट के अंतराल पर किसी भी ट्रेन में वैक्यूम की जाती है तो गाडिय़ों के विलंब होने की पूरी संभावना बनी रहती है। ऐसे में जिस गाड़ी में वैक्यूम होता है उसके बाद पीछे आ रही गाडिय़ां पीट जाती है।

केस स्टडी-1

सोमवार को यशवंतपुर से भागलपुर जा रही अंग एक्सप्रेस में ऋषिकुंड हॉल्ट से लेकर कल्याणपुर तक दो बार रुकी। गाडिय़ों को रोककर लोग उतरे। इस ट्रेन का जमालपुर से सीधा ठहराव भागलपुर होने के बाद भी विलंब से पहुंची।

केस स्टडी-2

किऊल से जमालपुर तक जाने वाली 53424 डाउन सवारी गाड़ी को धरहरा के बाद वैक्युम किया गया। अभी साहिबगंज की ओर गाडिय़ां नहीं चलने से ऋषिकुंड हॉल्ट से लेकर कल्याणपुर तक दो बार चेन पुङ्क्षलग किया गया।

वैक्युम की घटनाओं में काफी हद तक कमी आई है। रेलवे एक्ट में लोगों को पकड़ा भी जा रहा है। वैक्यूम रोकने के लिए आरपीएफ पूरी तरह अलर्ट है। लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाएगा। -अनिल कुमार ङ्क्षसह, इंस्पेक्टर, आरपीएफ।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.